चाणक्य कहते हैं कि संभोग के बाद बिना स्नान किये घर से बहार नहीं निकलना चाहिए। यह साफ-सफाई और अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरुरी है। चाणक्य कहते हैं, इन चीज़ों को करने के बाद जरुर स्नान करें हमारे प्राचीन शास्त्रों में बताया गया है कि रोज़ स्नान करने से शारीरिक और मानसिक शांति मिलती है साथ ही मांसपेशियों पर …
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सहिष्णुता के लिए जरूरी है धैर्य और विनम्रता
GURU AMAR DAS JI सिखों के तीसरे गुरु अमरदास जी के दामाद जेठाजी अत्यंत विनम्र और सहनशील व्यक्ति थे। वे गुरु अमरदास जी की बहुत सेवा करते थे। एक दिन उन्होंने जेठा जी और दूसरे दामाद रामा को एक चबूतरा बनाने के लिए कहा। दोनों ने चबूतरा बना दिया। चबूतरे को देखकर गुरुजी बोले, ‘यह सही नहीं है। दुबारा से …
Read More »दुर्जन से नहीं उनके दुर्गणों से घृणा करो
संत राबिया किसी धर्मग्रंथ का अध्ययन कर रही थीं। अचानक उनकी निगाह एक शब्द पर आकर रुक गई। वह शब्द था, ‘दुर्जनों से घृणा करो?’ वे कुछ देर तक उसी को दोहराती रहीं फिर उन्होंने उस पंक्ति को काट दिया। कुछ समय बाद दो संत उनके घर आए सामने रखे ग्रंथ पर उनकी निगाह पड़ी तो वे उस ग्रंथ को …
Read More »जहां धर्म वहां विजय
दोस्तों आज हम बात कर रहे हैं धर्म के बारे में। धर्म ही हमें जीना सिखाता है, हमें सही मार्ग पर चलना सिखाता है। या फिर कह सकते हैं कि धर्म इंसान के लिए ही बना है। संसार में बहुत सारे धर्म हैं। सभी धर्म हमें इंसानियत सिखाते हैं। धर्म कोई भी हो हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। …
Read More »हतोत्साहित मन होता है पराजय की पहली सीढ़ी
महाभारत का युद्ध चल रहा था। एक ओर अर्जुन थे, जिनके सारथी थे ‘श्री कृष्ण’। तो दूसरी ओर कर्ण थे और उनका सारथी ‘शल्य’। भगवान श्री कृष्ण ने कर्ण के सारथी से कहा- ‘तुम हमारे विरुद्ध जरूर लड़ना पर मेरी एक बात जरूर मानना।’ जब कर्ण प्रहार करे तब कहना कि, ‘यह भी कोई प्रहार होता है, तुम प्रहार करना …
Read More »कलियुग का लक्ष्मण
” भैया, परसों नये मकान पे हवन है। छुट्टी (इतवार) का दिन है। आप सभी को आना है, मैं गाड़ी भेज दूँगा।” छोटे भाई लक्ष्मण ने बड़े भाई भरत से मोबाईल पर बात करते हुए कहा। ” क्या छोटे, किराये के किसी दूसरे मकान में शिफ्ट हो रहे हो ?” ” नहीं भैया, ये अपना मकान है, किराये का नहीं …
Read More »वसंत पंचमी पर क्या करें, क्या न करें
वसंत पंचमी को अबुझ मुहूर्त रहता है अर्थात बिना पंचांग देखे ही कोई भी शुभ कार्य प्रारंभ कर सकते है। ज्योतिष में पांचवी राशि के अधिष्ठाता भगवान सूर्यनारायण होते है। इसलिए वसंत पंचमी अज्ञान का नाश करके प्रकाश की ओर ले जाती है। इसलिए सभी कार्य इस दिन शुभ होते है।पंडित धर्मेन्द्र शास्त्री वसंत पंचमी के बारे में बताते हैं …
Read More »माघ अमावस्या / मौनी अमावस्या का महत्व
माघ में पडने वाली को माघ अमावस्या या मौनी अमावस्या कहते हैं। मौनी अमावस्या के दिन गंगा स्नान (का बडा ही महत्व होता है बड़ी श्रद्धा से मनाया जाता है। मौनी अमावस्या के दिन मौन रहने का भी महत्व है, मौनी अमावस्या के दिन स्नान करने के पश्चात् भगवान विष्णु की पूजा की जाती है, हिंदु धर्म के अनुसार सागर मंथन …
Read More »शिवजी की प्रतिमा के सामने नंदीजी की मूर्ति स्थापित करने की कथा
शिव की मूर्ति के सामने या उनके मंदिर के बाहर शिव के वाहन नंदी की मूर्ति स्थापित होती है। नंदी बैल को पुराणों में भी विशेष स्थान दिया गया है। नंदी अपने ईश्वर शिव का केवल एक वाहन ही नहीं बल्कि उनके परम भक्त होने के साथ-साथ उनके साथी, उनके गणों में सबसे ऊपर और उनके मित्र भी हैं। कथा …
Read More »माँ पाटेश्वरी जी व शहीद बाबा का मजार
नगर बाजार(बस्ती)उ०प्र० के बस्ती जनपद से आठ कि.मी.की दूरी पर स्थित ऐतिहासिक कस्बा नगर बाजार का नाम इतिहास के पन्नों मे सुनहरे अक्षरों मे लिखा है !इसी कस्बे मे माँ पाटेश्वरी जी व शहीद बाबा का मजार हिन्दू मुस्लिम ऐकता का मिशाल बना है !नगर बाजार कस्बे मे स्थित माँ पाटेश्वरी जी के मन्दिर का कोई ऐतिहासिक प्रमाण तो नही …
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