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नई पीढ़ी में वास्तविक बदलाव

मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में ‌जितना बदलाव हमारी पीढ़ी ने देखा है वह ना तो हमसे पहले किसी पीढ़ी ने देखा है और ना ही हमारे बाद किसी पीढ़ी के देखने की संभावना लगती हैहम वह आखिरी पीढ़ी हैं जिसने बैलगाड़ी से लेकर सुपर सोनिक जेट देखें हैं.बैरंग ख़त से लेकर लाइव चैटिंग तक देखा …

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सौ ऊंट की कहानी !!

अजय राजस्थान के किसी शहर में रहता था। वह ग्रेजुएट था और एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था। पर वह अपनी जिंदगी से खुश नहीं था। हर समय वह किसी न किसी समस्या से परेशान रहता था और उसी के बारे में सोचता रहता था। एक बार अजय के शहर से कुछ दुरी पर एक फ़क़ीर बाबा का काफिला …

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किस्मत का खजाना !!

एक किसान बुद्ध के पास आया और बुद्ध से बोला, “हे बुद्ध, मेरी किस्मत बहुत ख़राब है। मैं जो भी काम करता हूँ वह सब बिगड़ जाता है। मुझे मेरी मेहनत का कोई फल नहीं मिलता। मैं एक किसान हूँ, में खेती करता हूँ लेकिन मेरी फसल अच्छी नहीं हो पाती इस बजह से मैं बड़ा परेशान रहता हूँ। मैंने …

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जैसा अन्न वैसा मन

जैसा अन्न वैसा मन एक बार एक ऋषि ने सोचा कि लोग गंगा में पाप धोने जाते हैं, तो इसका मतलब हुआ कि सारे पाप गंगा में समा गए और गंगा भी पापी हो गयी ! अब यह जानने के लिए तपस्या की, कि पाप कहाँ जाता हैं ? तपस्या करने के फलस्वरूप देवता प्रकट हुए , ऋषि ने पूछा …

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झांसी की महारानी लक्ष्मीबाई का बेटा दामोदर राव

झांसी के अंतिम संघर्ष में महारानी की पीठ पर बंधा उनका बेटा दामोदर राव (असली नाम आनंद राव) सबको याद है. रानी की चिता जल जाने के बाद उस बेटे का क्या हुआवो कोई कहानी का किरदार भर नहीं था, 1857 के विद्रोह की सबसे महत्वपूर्ण कहानी को जीने वाला राजकुमार था जिसने उसी गुलाम भारत में जिंदगी काटी, जहां …

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गंगा जल

अमेरिका में एक लीटर गंगाजल 250 डालर में क्यों मिलता है ? सर्दी के मौसम में कई बार खांसी हो जाती है। जब डॉक्टर से खांसी ठीक नही हुई तो किसी ने बताया कि डाक्टर से खांसी ठीक नहीं होती तब गंगाजल पिलाना चाहिए।गंगाजल तो मरते हुए व्यक्ति के मुंह में डाला जाता है, हमने तो ऐसा सुना है ; …

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जय श्री राम

कई लोग ये पूछते हैं कि श्रीराम ने धनुष उठा कर स्वयंवर की शर्त तो पूरी कर ही दी थी, फिर उस धनुष को भंग करने की क्या आवश्यकता थी?यदि आप मेरा दृष्टिकोण पूछें तो मैं यही कहूंगा कि उस धनुष की आयु उतनी ही थी। अपना औचित्य (देवी सीता हेतु श्रीराम का चुनाव) पूर्ण करने के उपरांत उस धनुष …

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DoYouKnow

भारत में पहले बैडमिंटन को ‘पूना’ कहा जाता था। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह पूना शहर में प्रसिद्ध खेल था। भारत में पूना, पहला शहर था, जहाँ बैडमिंटन को लेकर नियम बनाए गए थे। ऐसा माना जाता है कि बैडमिंटन की शुरुआत भारत में सबसे पहले हुई थी, क्योंकि इस तरह का एक और खेल – बॉल बैडमिंटन के नाम से …

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वासुदेव बलवंत फड़के

अगर बात करे भारतीय स्वतंत्रता की क्रांति और उन क्रांतिकारियों की जिनकी वजह से देश को आजादी मिली तो इतिहास की रेत में शायद हज़ारों नाम दबे मिले। पर हम सिर्फ कुछ नामों से ही रु-ब-रु हुए हैं। वैसे तो भारत माँ के इन सभी सपूतों के बारे में जानकारी सहेजने की कोशिश जारी है ताकि आने वाली हर पीढ़ी …

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भोजन संस्कृति

हमने कभी वेदों का अध्ययन नही किया,हमने कभी गीता पढ़कर उसे अमल में लाने का प्रयास नही किया,हमने योग विद्या को कभी नही अपनाया,हमने आयुर्वेद में कोई अनुसंधान नही किया,हमने संस्कृत भाषा को कोई महत्व नही दिया ऐसी बहुत सी अच्छी और महत्वपूर्ण चीजें है जो हमारे पूर्वज हमारे बुजुर्ग हमे विरासत में दे गए पर हम पाश्चात्य संस्कृति अपनाने …

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