एक बार कड़कती गर्मियों में एक चींटी को बहुत प्यास लगी हुई थी। वो पानी की तलाश में एक नदी किनारे पहुंच गयी। नदी में पानी पीने के लिए वो एक छोटी सी चट्टान पर चढ़ गयी और वहां पर वो फिसल गयी और फिसलते हुए नदी में जा गिरी। पानी का वहाव ज्यादा तेज़ होने से वो नदी में …
Read More »Story Katha
परिश्रम ही दवा है!!
एक चिकित्सक अपनी रामबाण चिकित्सा के लिए प्रसिद्ध थे। उनकी दी हुई दवा से रोगी को लाभ अवश्य होता था। वे खुद भी स्वस्थ थे और असाध्य रोगों को भी ठीक कर देते थे। वे दिन भर लकड़ी काटने का काम करते और जंगल में रहते थे। एक दिन किसी असाध्य रोग से पीड़ित एक व्यक्ति ढूढते हुए उनके पास …
Read More »संयम का फल!!
अपनी पढ़ाई के दिनों में नेपोलियन को कुछ समय आक्लोनी में एक नाई के घर पर रहना पड़ा था। अपनी सुंदरता के कारण नेपोलियन नाई की पत्नी को पसंद आ गया था। वह तरह तरह के हंसी मजाक और क्रिया- कलापों के द्वारा उसे रिझाने की भरपूर कोशिश करती थी। लेकिन नेपोलियन ने उसकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया। कुछ …
Read More »मनुष्य परिस्थितियों का दास है
एक बार राजा भोज अपने मंत्री के साथ कहीं जा रहे थे। रास्ते में उन्हें एक किसान पथरीली, ऊबड़-खाबड़ जमीन पर गहरी नींद में सोता दिखा। राजा ने मंत्री से कहा, “देखो यह किसान कैसे इस असुविधापूर्ण स्थिति में भी चैन से सो रहा है।” “जबकि हम सारी सुविधाएं के बावजूद थोड़ी भी अड़चन में ठीक से सो नहीं पाते …
Read More »लक्ष्मी का वास!!
एक बहुत धनी सेठ थे। एक रात उन्होंने स्वप्न देखा कि लक्ष्मीजी उनसे कह रही हैं, “सेठ! मैंने बहुत दिनों तक तुम्हारे यहां निवास किया है। अब तुम्हारा पुण्य समाप्त हो गया है। अब थोड़े दिनों में मैं तुम्हारे यहां से चली जाउंगी। मुझसे जो भी माँगना हो मांग लो।” सेठजी बोले, “मैं अपने परिवार से सलाह लेकर आपको कल …
Read More »पोपटलाल का कुत्ता!!
एक दिन पोपटलाल गाँव की गलियों में घूम रहा था, उसने देखा की एक घर के बाहर एक कुत्ते का बच्चा कटोरे में खाना खा रहा है। वो कटोरा बहुत ही अनोखा था। उसने सोचा, “इस कटोरे की कीमत बाज़ार में बहुत ज्यादा होगी। लगता है इस घर के मालिक को इस कटोरे की कद्र नहीं जानते, इसलिए उसमे कुत्ते …
Read More »फलों का भगवान!!
केशवलाल का अपने घर के आसपास बहुत बड़ा बगीचा था। वह बहुत मेहनत से अपने बगीचे की देखभाल पुरे साल भर करता था। ज्यादा तर बगीचे के फल वह अपने परिवार में ही देता था और कुछ बचे हुए वह बाजार में बेचता था। वह बहुत ही साधारण जीवन जीता था पर अपनी बगीचे की देखभाल बहुत अच्छे से करता …
Read More »मेहनत पर भरोसा !!
अनूप और कल्पेश दो अच्छे दोस्त थे। वे दोनों एक ही कक्षा में साथ में ही पढ़ते थे। पढ़ाई में दोनों ही बड़े होशियार थे। पढ़ाई करना उनका पहला काम था। अन्य चीजों पर वे बाद में ध्यान देते थे। पढ़ाई में उन दोनों मुकाबला रहता था। कभी अनूप प्रथम आता, तो कभी कल्पेश। दोनों में यह बताना मुश्किल था …
Read More »सबसे होशियार इंसान !!
एक बार एक छोटे प्राइवेट हवाई जहाज में शाम के समय एक डॉक्टर, एक वकील, एक छोटा बच्चा और एक पंडित जी जा रहे थे। अचानक हवाई जहाज के इंजिन में कुछ तकनीकी खराबी हो गई। पायलट की तमाम कोशिशों के बावजूद हवाई जहाज नीचे जाने लगा। पायलट ने पैराशूट लेकर मुसाफिरों से कहा कि वह कूद जाए और खुद …
Read More »नौकरी की चिंता!!
शामलाल ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भी उसे नौकरी नहीं मिली इसलिए वह डिप्रेशन में चला गया। वह अकेले कमरे में रहने लगा। उसके माता-पिता ने भी बहुत कोशिश की उसे नौकरी दिलाने लेकिन वो भी असफल रहे। एक दिन शामलाल के पिता ने उसे अपने कमरे में रोते हुए देखा। उसने अनदेखा किया और रसोईघर में जाकर …
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