एक राजा का एक विशाल फलों का बगीचा था। उसमें तरह-तरह के फल होते थे। उस बगीचे की सारी देखरेख एक किसान अपने परिवार के साथ करता था। वह किसान हर दिन बगीचे के ताज़े फल लेकर राजा के राजमहल में जाता था ! एक दिन किसान ने पेड़ों पे देखा नारियल अमरुद, बेर, और अंगूर पक कर तैयार हो …
Read More »Motivational Story
कठिन परिस्थिति बीत गयी
ऑपरेशन होने के बाद नर्स, देव की मां को स्टेचर पर लिटाकर आई सी यू रूम की ओर ले जा रही है घंटे भर से प्रतीक्षारत देव अम्मा-अम्मा पुकार कर दौड़ते हुए, नर्स को रोकने का असफल प्रयास करता है। उसी उहाफोह में उसने शून्य सी पड़ी मां की एक झलक पा लेता है। पर मां की ओर से कोई …
Read More »कौन मां है और कौन बेटी है
एक बार एक राजा के महल में एक व्यापारी दो गायों को लेकर आया। दोनों ही स्वस्थ, सुंदर व दिखने में लगभग एक जैसी थीं। व्यापारी ने राजा से कहा- “महाराज! ये दोनों गायें माँ – बेटी हैं, परन्तु मुझे यह नहीं पता है कि दोनों में माँ कौन है और बेटी कौन है। मैं इसलिए नहीं जान पाया क्योंकि …
Read More »ससुराल: प्यार और समर्पण की कहानी
जानिए रिया की अद्भुत कहानी, जो ने जीवन के मुश्किलों का सामना करते हुए प्रेम और समर्पण में अपना मार्ग बनाया। एक साधारण लड़की का साहस और संघर्ष, जिसने अपने प्यार को सच्चाई में बदला।
Read More »समझ गया साहब
स्टेशन वाले हनुमान जी के दर्शन करवा दो!" उसके इतना कहते ही रिक्शा थोड़ा आगे बढ़ स्टेशन जाने वाली मुख्य सड़क की ओर मुड़ गया।
Read More »HAQEEQAT Film by Chetan Anand
आखिर चेतन आनंद की बनाई भारत की पहली वॉर फिल्म का नाम ‘𝗛𝗔𝗤𝗘𝗘𝗤𝗔𝗧’ क्यों रखा गया ?हकीकत सन 1962 के भारत-चीन युद्ध की पृष्ठभूमि पर बनाई गई थी यह फिल्म बताती है कि हमारे बहादुर जवानों ने किस प्रकार युद्ध में लड़ते-लड़ते देश की सुरक्षा के लिए अपने बलिदान दिये थे उनको दुर्गम हालातो के चलते युद्ध में पीछे हटने …
Read More »ठंडे ठंडे पानी से नहाना चाहिए
संजीव कुमार अपने स्टारडम की फिक्र को हवा में उड़ा देने वाला मस्त मौला अभिनेता था जिसने बी आर चोपड़ा जैसे बड़े निर्देशक की फिल्म ”पति पत्नी और वो (1978) के ” प्रसिद्ध गीत – ”ठंडे ठंडे पानी से नहाना चाहिए ” की शूटिंग अंत तक रुकवा कर रखी और निर्देशक इस भुलावे में रहे कि संजीव कुमार डायटिंग करके …
Read More »सपनों का चुनाव
आ गए आपके लाट साहब ?? " डाॅक्टर साहब आते हीं पुछे। वैसे तो डाॅक्टर साहब आठ बजे से पहले नहीं आते थे । आज कहीं बाहर जाना था तो जल् " काॅलेज से तो आ गया है। कहीं बाहर गया है।
Read More »पूर्ण विराम
इतने सालों के बाद मेरे जीवन की मेहनत रंग लायी । आज एवार्ड लेते समय मेरी आँखों से निरन्तर खुशी के आँसू छलक रहे थे । मै कितना भी कोशिश कर रही थी परन्तु रूकने का नाम नही ले रहे थे ।
Read More »वेद ही विज्ञान है
सौरमण्डल में नौ ग्रह है व सभी सूर्य की परिक्रमा लगा रहे है, व बह्ममाण्ड अनन्त है, ये हमारे पूर्वजों को बहुत पहले से पता था। रामचरित्र मानस में काक भुशुंडि - गरुड संवाद पढ़िये, बह्ममाण्ड का ऐसा वर्णन है, जो आज के विज्ञान को भी नहीं पता।
Read More »