उड़ीसा में बैंगन बेचनेवाले की एक बालिका थी | दुनिया की दृष्टि से उसमें कोई अच्छाई नहीं थी | न धन था, न रूप |किन्तु दुनिया की दृष्टिसे नगण्य...
Read More »Poem / Kavita
हमारे त्यौहारो की वैज्ञानिकता को समझें
एक बूढ़ी माता मंदिर के सामने भीख माँगती थी। एक संत ने पूछा -- आपका बेटा लायक है, फिर यहाँ क्यों ??बूढ़ी माता बोली - बाबा, मेरे पति का......
Read More »श्री हनुमान प्रसाद पौद्दार जी
ये वो हनुमान थे जिसने कलयुग में सनातन धर्म की जड़ो को फिर से सींचने का काम किया।स्व. श्री हनुमान प्रसाद पौद्दार जी जिन्होंने गीता_प्रेस.....
Read More »एक अद्धभुत प्रसंग
एक बार शरद पूर्णिमा की शरत-उज्ज्वल चाँदनी में वंशीवट यमुना के किनारे श्याम सुंदर साक्षात मन्मथनाथ की वंशी बज उठी। श्रीकृष्ण ने छ: मास की एक..
Read More »कलावा बांधने का विशेष महत्व होता है l
सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य या पूजा के समय कलावा बांधने का विशेष महत्व होता है l कोई पूजा-अनुष्ठान सबसे पहले हाथ पर कलावा बांधने से.....
Read More »अक्षौहिणी सेना
हम सभी जानते हैं कि विश्व के विशालतम ग्रंथ महाकाव्य महाभारत में 18 पर्व हैं - आदि पर्व , सभा पर्व , वन पर्व , विराट पर्व , उद्योग पर्व.......
Read More »धर्म अनुसार प्रमुख दस पुण्य और दस पाप
धर्म अनुसार प्रमुख दस पुण्य और दस पाप। इन्हें जानकर और इन पर अमल करके कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकता है।
Read More »मधुराष्टकम्
अधरं मधुरं वदनं मधुरंनयनं मधुरं हसितं मधुरम् ।हृदयं मधुरं गमनं मधुरंमधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ॥ ॥वचनं मधुरं चरितं मधुरंवसनं मधुरं वलितं मधुरम्..
Read More »तप अनुमोदन
तप के मार्ग का अनुसरण करने वाले हठ मनोबली शूरवीर होते है । तप से मन का कायाकल्प होता है । तपस्या की महिमा अपरंपार है, जो हमें मुक्ति के द्वार लेकर जाती है
Read More »अधिकार सबका है बराबर
फूल पर हँसकर अटक तो, शूल को रोकर झटक मत, ओ पथिक ! तुझ पर यहाँ अधिकार सबका है बराबर ! बाग़ है ये, हर तरह की वायु का इसमें गमन है, एक मलयज की वधू तो एक आँधी की बहन है, यह नहीं मुमकिन कि मधुऋतु देख तू पतझर न देखे, कीमती कितनी कि चादर हो पड़ी सब पर …
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