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Poem / Kavita

सिक्का वही उछाला जाए

टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा। इसके बाद ही उनकी तस्वीर के साथ वाहिद अली वाहिद की पंक्तियां साझा होने लगीं। वह विशेष पंक्तियां हैं कि – दोनों ओर लिखा हो भारत, सिक्का वही उछाला जाए, तू भी है राणा का वंशज, फेंक जहां तक भाला जाए। वाहिल अली वाहिद का इसी साल 59 की उम्र में …

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गुडिया की कीमत

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एक 6 वर्ष का लडका अपनी 4 वर्ष की छोटी बहन के साथ बाजार से जा रहा था…अचानक से उसे लगा कि उसकी बहन पीछे रह गयी है।वह रुका, पीछे मुडकर देखा तो जाना कि, उसकी बहन एक खिलौने के दुकान के सामने खडी कोई चीज निहार रही है।लडका पीछे आया और बहन से पूछा- “कुछ चाहिये तुम्हे ?”लडकी ने …

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पेड़ लगाएं हम हर बार

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तपती धरती करे यह पुकारमत काटो तुम पेड़ हर बार। पेड़ तुम्हें देते कोई दुख क्या?यह तो है गुणों का भंडार। जीने के लिए ऑक्सीजन देते हैं पेड़धूप में छाया देते हैं पेड़। जड़ी-बूटियां, फल और फूलप्रदूषण दूर भगाते हैं पेड़। भू विसर्जन से बचाते हैं पेड़प्रदूषण दूर भगाते हैं पेड़। है मानव! पेड़ करे तुमसे यह पुकारमत काटो तुम …

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आई दिवाली, आई दिवाली

archana-moli

आई दिवाली, आई दिवालीखुशियों का त्योहार है दिवाली। दीपों का त्योहार है दिवालीरंगों की बहार है दिवाली। अंधियारे को यह दूर भगातीजगमग-जगमग उजियारे यह करती। मत छोड़ो तुम बम-पटाखेखूब प्रदूषण ये फैलाते। जानवर, पक्षी सब इनसे डरतेछुपते, फिरते मारे-मारे। बीमारों को भी ये खूब सतातेमत चलाओ तुम ऐसे पटाखे। इस दिवाली प्रण करें हम सारेनहीं चलाएंगे हम बम-पटाखे। आओ मिलकर …

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इंसानियत की मशाल

अम्बर ‘थानेसरी’ इस दीवाली के पावन दिन पर, आओ कसम ये खाएं हम| निर्धन के घर भी खुशियों के दीपक, आओ मिलकर जलाएं हम|| दीवाली है पर्व सभी का, इसे किसी धर्म से ना जोड़ा जाए| गलतफहमी की इस दीवार को अब, आओ मिलकर तोड़ा जाए|| वो दिन दूर नहीं, जब भारत फिर से, सोने की चिड़िया कहलाएगा| पर तभी …

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स्वामी विवेकानंद की प्रेरक कहानी – सत्य का साथ

स्वामी विवेकानंद

स्वामी विवेकानंद बचपन से ही बुद्धिमान छात्र थे। उनके तेज दिमाग और प्रभावशाली बातों की वजह से सभी उनकी तरफ खींचे चले जाते थे। एक दिन स्कूल में भी स्वामी विवेकानंद अपने दोस्तों से बातें कर रहे थे। बातों-ही-बातों में स्वामी उन सबको एक कहानी सुनाने लगे। उनके दोस्तों को कहानी अच्छी लग रही थी, इसलिए सभी ध्यान से सुन …

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कल फिर सुबह होगी

कल फिर सुबह होगी

होसला न हर ए-मुसाफिरोये जिंदगी एक नया मोड लेगीक्योकि कल फिर सुबह होगी काम की राह में जब तुम चलोगेफिर से सभी दोस्तो से गले मिलोगेये दस्तूर है जिंदगी का ठोकर तो लगेगीपर होसला ना हर ए मुसाफिरोक्योकि कल फिर सुबह होगी किसी को दुकान तो किसी को स्कूल की जल्दी होगी।फिर से वोही दोस्तो की पार्टिया होगीचल देगे बिना …

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जीवन जोशी की रचनाये

jiwan joshi

शीर्षक : आस्तीनयहां कुछ भूरे हैं कुछ काले हैंसब हमने आस्तीन में पाले है।दूसरों में तब्दीली चाहते थे हमअब खुद हम बदलने वाले है। नजरें नीची कर चलते थे वोसमझा हमने वो भोले-भाले हैं।ये आज तक जान नहीं पाते हमवो हमारा ही शिकार करने वाले है। उसने तो दिखा दी थी कई बार औकातजीवन तू ही समझता रहा इसे सौगातआप …

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Pancheda lal achi padiyo re ulti paati

panchida-lal

पंछीड़ा लाल आछी पढ़ियो रे उलटी पाटीईश्वर ने तू भूल गयो रै लख चौरासी काटीपंछीड़ा लाल आछी पढ़ियो रे उलटी पाटी गर्भवास में दुःख पायो थारे घणां दीना री घाटीबाहर आय राम ने भूल्यों उल्टी पढ़ ली पाटीपंछीड़ा लाल आछी पढ़ियो रे उलटी पाटी जीव जन्तु ने खाय खाय ने बदन बणायो बाटीअपने स्वारथ कारणे ने लाखा री गर्दन काटीपंछीड़ा …

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