किसी नगर में एक बुढ़िया रहती थी। वह ग्वालिन थी उसके चार पुत्र और एक पुत्री थी। एक समय नगर में हैजा की बीमारी फैली। एक-एक करके बुढ़िया के पति और चारों पुत्र चल बसे। अब एक मात्र लड़की रह गयी। पति और पुत्रों के न रहने पर बुढ़िया की पीड़ा असह्य हो गयी।बुढ़िया के पास अधिक जगह-जमीन न थी। …
Read More »Story for Children]
क्यूंकि कल कभी नहीं आएगा।
जितनी बार पढ़ो उतनी बार जिंदगी का सबक दे जाती है ये कहानी ….जीवन के 20 साल हवा की तरह उड़ गए । फिर शुरू हुई नोकरी की खोज । ये नहीं वो, दूर नहीं पास । ऐसा करते करते 2 3 नोकरियाँ छोड़ते एक तय हुई। थोड़ी स्थिरता की शुरुआत हुई।फिर हाथ आया पहली तनख्वाह का चेक। वह बैंक …
Read More »“वृद्ध क्यों वृद्धआश्रम की ओर अग्रसर”
बरामदे में कुर्सी डालकर बैठे रामनारायण क्यारी में दाना चुगती चिड़ियों को देख रहे थे ! तभी घर के सामने मोटरसाइकिल रुकी ,गणेश आया था ! किसी को लेकर सुकेश उनका बेटा ?अचानक अपने बेटे को आया देख कर पुलकित रामनारायण बाँहे फैला खड़े हो गये !गणेश तो प्रणाम कर चला गया ! और सुकेशपिता का स्नेह आशीष पाने के …
Read More »मिठाई का डिब्बा
ऊंचे ओहदे के सरकारी अफसर के बंगले पर आज आने मिलने वालों की लाईन लगी थी सबके हाथ में मिठाई के डब्बों के साथ अलग से एक और डब्बा भी था । आज दीपावली का मिलन समारोह का अवसर जो था शहर के व्यापारी तोहफे के ज़रिए अपनी धौंस जमाने में लगे थे । तोहफे का डिपार्टमेंट सरकारी अफसर की …
Read More »तू किसके भाग्य का खा रहा है?
एक आदमी ने नारदमुनि से पूछा मेरे भाग्य में कितना धन है.नारदमुनि ने कहा – भगवान विष्णु से पूछकर कल बताऊंगानारदमुनि ने कहा- 1 रुपया रोज तुम्हारे भाग्य में है.आदमी बहुत खुश रहने लगा, उसकी जरूरते 1 रूपये में पूरी हो जाती थी.एक दिन उसके मित्र ने कहा में तुम्हारे सादगी जीवन और खुश देखकर बहुत प्रभावित हुआ हूं और …
Read More »जहाँ प्रेम वहाँ लक्ष्मी जी का वास
जहाँ प्रेम वहाँ लक्ष्मी जी का वासएक बनिए से लक्ष्मी जी रूठ गई ।जाते वक्त बोली मैं जा रही हूँ और मेरी जगह टोटा (नुकसान ) आ रहा है। तैयार हो जाओ।लेकिन मै तुम्हे अंतिम भेट जरूर देना चाहती हूँ। मांगो जो भी इच्छा हो। बनिया बहुत समझदार था। उसने विनती की टोटा आए तो आने दो। लेकिन उससे कहना …
Read More »गरीब की शादी
गरीब की शादीकुछ सालो पहले की बात है मेरे साथ में काम करने वाले चपरासी लखन की बहन की शादी थी तो उसने करीब एक महीने पहले ही मुझसे बता दिया था कि वो 20 दिन के लिए अपने गांव जाएगा, उसने कुछ अग्रिम राशि के लिए भी आवेदन किया था ।जो 50000 थी मेने उस राशि को मंजूर कर …
Read More »कौन शूद्र कौन ब्राह्मण
कौन शूद्र कौन ब्राह्मणएक शूद्र महिला रानी रासमणि ने मंदिर बनवाया। चूंकि वह शूद्र थी, उसके मंदिर में कोई ब्राह्मण पूजा करने को राजी न हुआ। हालांकि रासमणि खुद भी कभी मंदिर में अंदर नहीं गई थी, क्योंकि कहीं मंदिर अपवित्र न हो जाए! यह तो ब्राह्मण होने का लक्षण हुआ। जो अपने को शूद्र समझे, वह ब्राह्मण। जो अपने …
Read More »गौतम बुद्ध और शिकारी
गौतम बुद्ध और शिकारीएक समय की बात है, महात्मा बुद्ध अपनी तपस्या में लीन थे, उन्हें तपस्या में बैठे हुए कई दिन बीत चुके थे। तभी एक शिकारी उस रास्ते जा रहा था उस शिकारी ने महात्मा बुद्ध को पहचान लिया। शिकारी ने महात्मा बुद्ध के बारे में बहुत बढ़ाई सुनी थी, किंतु वह महात्मा बुद्ध की बडाई से संतुष्ट …
Read More »माँ के पैरो के निशान
कुछ दिन पहले एक परिचित के घर गया था। जिस वक्त घर में मैं बैठा था, उनकी मेड घर की सफाई कर रही थी।मैं ड्राइंग रूम में बैठा था, मेरे परिचित फोन पर किसी से बात कर रहे थे। उनकी पत्नी चाय बना रही थीं। मेरी नज़र सामने वाले कमरे तक गई, जहां मेड फर्श पर पोछा लगा रही थी।अचानक …
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