हे सत् चित्त आनंद! हे संसार की उत्पत्ति के कारण! हे दैहिक, दैविक और भौतिक तीनो तापों का विनाश करने वाले महाप्रभु! हे श्रीकृष्ण! आपको कोटि....
Read More »Story for Children]
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जंगल के राजा शेर ने ऐलान कर दिया कि अब आज के बाद कोई अनपढ़ न रहेगा। हर पशु को अपना बच्चा स्कूल भेजना होगा। राजा साहब का स्कूल पढ़ा-लिखाकर....
Read More »भगवान जगन्नाथ की मूर्ति का रहस्य
भगवान् कृष्ण ने जब देह छोड़ा तो उनका अंतिम संस्कार किया गया , उनका सारा शरीर तो पांच तत्त्व में मिल गया लेकिन उनका हृदय बिलकुल सामान्य एक....
Read More »बुद्ध को क्या क्या ज्ञान प्राप्त हुआ था
१. साँस और मन जुड़े हुए हैं , साँस और विकार ज़्यादा गहराई से जुड़े हे२. मन में जो कुछ उत्पन्न होता है शरीर पर प्रकट होता है यानी mind ( मन) matter ( शरीर ) में बदल जाता है सारा खेल शरीर और चित का ही हे मनुष्य की सारी आसक्तियाँ इनसे ही हे३. शरीर ( पूरा भौतिक जगत) …
Read More »बुद्धिमान वही जिसमें ये 12 गुण हों | बुद्धिमान व्यक्ति के 12 लक्षण
जीवन बदलने वाले 12 नियमों के लिए बुद्ध कथा: बुद्धिमान व्यक्ति वह है जो सही समय पर सही निर्णय लेता है, सही काम करता है और सही समय पर सही बात कहता है। बुद्धि स्कूल या कॉलेज में नहीं मिलती, वहां ज्ञान मिलता है, लेकिन ज्ञान को व्यवहारिकता में लाना ही बुद्धिमत्ता कहलाती है। जो व्यक्ति जीवन में कठिन से …
Read More »वृंदावन चन्द्रोदय मंदिर
दुनिया में अब तक का सबसे विशाल, भव्य और ऊंचा मंदिर वृंदावन में बनाया जा रहा है। भगवान कृष्ण को समर्पित इस मंदिर का नाम चन्द्रोदय मंदिर है।
Read More »आत्मा की स्थिति: चिन्ता से मुक्ति की ओर
क्यों व्यर्थ चिन्ता करते हो ? किससे व्यर्थ डरते हो ? कौन तुम्हे मार सकता है ? आत्मा न पैदा होती है, न मरती है ।जो कुछ हुआ वह अच्छा हुआ, जो...
Read More »श्रीमद्भागवत महापुराण
भगवान का विराट शरीर कैसा हैं? कितना बड़ा हैं?यहाँ तो केवल एक ब्रह्माण्ड की दृष्टि से बताया गया है। ऐसे अनेक ब्रह्माण्ड हैं।तुलसी रामायण में..
Read More »धर्म अनुसार प्रमुख दस पुण्य और दस पाप
धर्म अनुसार प्रमुख दस पुण्य और दस पाप। इन्हें जानकर और इन पर अमल करके कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकता है।
Read More »रामेश्वरजी का दर्शन
भगवान राम रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग का अपने हाथों से निर्माण करते हुए कहते है! हे लक्ष्मण ! जो मनुष्य मेरे द्वारा स्थापित किए हुए इन रामेश्वरजी.
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