• जब हम आयुर्वेद की चरक संहिता, सुश्रुत संहिता, वागभट्ट मुनिकृत अष्टांगहृदयम् आदि ग्रन्थों से सर्जरी चिकित्सा आदि प्रक्रीयाओं का उद्धार करेंगे और समाज में पुनः प्रतिष्ठित करेंगे तब लोग मानेंगे कि वैदिक सभ्यता महान है । • जब हम परशुराम, शिव, नकुल, इन्द्र आदि के धनुर्वेद में से प्रचीन परमाणु शस्त्रों अस्त्रों को पुनः प्रकाशित करके समाज के सामने …
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तोसिको बोस TOSIKO BOSS
तोसिको बोस का नाम भारतीय क्रान्तिकारी इतिहास में अल्पज्ञात है। अपनी जन्मभूमि जापान में वे केवल 28 वर्ष तक ही जीवित रहीं. फिर भी सावित्री तुल्य नारी का भारतीय स्वाधीनता संग्राम को आगे बढ़ाने में अनुपम योगदान रहा। रासबिहारी बोस महान क्रान्तिकारी थे। 23 दिसम्बर, 1912 को दिल्ली में तत्कालीन वायसराय के जुलूस पर बम फैंक कर उसे यमलोक पहुंचाने …
Read More »अद्भुत ज्ञानी और चमत्कारिक मसीहा है
एक जंगल मे एक पेड़ पर उल्लू रहता था। अंधेरी रात में जब वो ऊपर बैठा था तो पेड़ के पास दो छछुंदर निकले। इधर-उधर उन्होंने देखा कि कोई देख तो नहीं रहा है। तभी ऊपर से उल्लू बोल पड़ा – हू !! छछुंदर घबराए और एक ने दूसरे को बोला कि हू मतलब आप कौन! कान खड़े हो गए। …
Read More »The real poverty is the poverty of humanity and attitudes.
In a restaurant in one of the United States, a waitress handed the lunch menu to a man and his wife, and before he looked at the menu, he asked her to offer them two cheaper dishes as they do not have enough money as they did not receive their salary for several months, because of financial challenges faced by …
Read More »महाशिवरात्री व्रत की कथा / महिमा ।। गुरुध्रुव भील का हुआ उद्धार
शिवपुराण के कोटिरुद्रसंहिता में वर्णित कथा के अनुसार पौराणिक काल में किसी वन में एक भील रहता था। जिसका नाम कुरुद्रुह था।उसका परिवार पड़ा था। वह बलवान और क्रूर स्वभाव का होने के साथ ही क्रूरतापूर्ण कर्म भी किया करता था।वह प्रतिदिन में जाकर हिरण और अन्य जानवरों को मारता और वहीं रहकर नाना प्रकार की चोरियां करता था। उसने …
Read More »भगवान शंकर ने सबसे पहले किस दिन लिंग रूप धारण किया
महाशिवरात्रि भारतीयों का एक प्रमुख त्यौहार है। यह भगवान शिव का प्रमुख पर्व है। माघ कृष्ण पक्ष त्रयोदशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि का प्रारम्भ इसी दिन से हुआ।महाशिवरात्रि शिवजी का महापर्व यह पर शिव विवाह के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है अनजाने में किसी प्राणी मात्र द्वारा एक बेलपत्र भी शिवलिंग …
Read More »स्त्री का विश्वास!!
एक स्थान पर एक ब्राह्मण और उसकी पत्नी बड़े प्रेम से रहते थे । किन्तु ब्राह्मणी का व्यवहार ब्राह्मण के कुटुम्बियों से अच्छा़ नहीं था । परिवार में कलह रहता था । प्रतिदिन के कलह से मुक्ति पाने के लिये ब्राह्मण ने मां-बाप, भाई-बहिन का साथ छो़ड़कर पत्नी को लेकर दूर देश में जाकर अकेले घर बसाकर रहने का निश्चय …
Read More »पाँच सौ रुपये कम पड गऎ, वरना
रौबीला चेहरा घुमावदार बड़ी बड़ी मूंछे ……आँखों में जबरदस्त चमक …हाथों में दोनाली बंदूक और पैरो के पास पड़ा हुआ कम से कम दस फूट का बब्बर शेर…पेंटिंग्स की दुकान में तस्वीरें देखते देखते बाबूलाल अचानक इस तस्वीर के सामने रुक गए थे और एकटक देख रहे थे उसे …तस्बीर ने जैसे बाबूलाल को जकड़ सा लिया था …5000 /-रु. …
Read More »राम-नामी जनजाति.
ये है राम-नामी जनजाति…..जंगल में रहने वाले ये लोग अपने लगभग पूरे शरीर पर भगवान राम का नाम गुदवाते हैं, वो भी स्थायी रूप से।कहते हैं जब बाबर ने राम मन्दिर तोडा तो इस समुदाय के पूर्वजो ने कहा राम मन्दिर हमसे छीन लिया किन्तु राम को कैसे छीन पाओगे । तब इनके पूर्वजों ने कहा था कि राम को …
Read More »असली यज्ञ कौन-सा हैं ?
महाभारत का एक प्रसंग हैं, अश्वमेध यज्ञ चल रहा था, बड़े-बड़े ॠषियों और ब्राह्मणों को दान-दक्षिणा दी जा रही थी….. कहतें हैं, कि उस यज्ञ में बड़े-बड़े देवता आये, यहाँ तक कि देवराज इन्द्र तक भी उपस्थित हुये,स्वयं भगवान् श्रीकॄष्ण तक वहाँ साक्षात् उपस्थित थे। दान देने का उपक्रम चल रहा था, अश्वमेध यज्ञ की पूर्णाहुति की पावन वेला थी, …
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