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अमेरिका में क्या हुआ जब घर में खाना बनाना बंद हो गया

अमेरिका में क्या हुआ जब घर में खाना बनाना बंद हो गया ?1980 के दशक के प्रसिद्ध अमेरिकी अर्थशास्त्रियों ने अमेरिकी लोगों को चेतावनी कि यदि वे परिवार में आर्डर देकर बाहर से भोजन मंगवाऐंगे तो देश मे परिवार व्यवस्था धीरे धीरे समाप्त हो जाएगी। साथ ही दूसरी चेतावनी दी कि यदि उन्होंने बच्चों का पालन पोषण घर के सदस्यो …

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सुकरात का पत्नी प्रेम

सुकरात जैसे महापुरुष की पत्नी भी सुकरात से नाखुश थी, बहुत नाखुश थी क्यों? क्योंकि वह दार्शनिक ऊहापोह में ऐसा लीन हो जाता था कि भूल ही जाता था कि पत्नी भी है।एक दिन तो दार्शनिक चर्चा में ऐसा लीन था कि चाय ही पीना भूल गया सुबह की। पत्नी को तो ऐसा क्रोध आया, चाय बनाकर बैठी है और …

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“आपसी तालमेल…..

सुधा जी अपने कमरे में बड़बड़ाती हुए घुसी….सब अपने मन की करते रहते है….मेरी तो कोई सुनता ही नहीं है….पत्नी का चेहरा गुस्से से तमतमाए देखते हुए मोहनबाबू ने पूछा….क्या हो गया सुधा….किस पर बड़बड़ा रही हो…हूं….. पूछ तो ऐसे रहे हो जैसे कुछ जानते ही नहीं…..वही तुम्हारी लाडली बहू…..आज उसका मन हो गया कि एयर कंडीशन खरीदना है तो …

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पिता का प्रेम..

ट्रेन में समय गुजारने के लिए बगल में बैठे बुजुर्ग से बात करना शुरु किया मेरी पत्नी नीति नें ” आप कहाँ तक जाएंगे दादा जी “” इलाहाबाद तक । ” बुजुर्ग ने जवाब दिया.उसने (पत्नी) ने मजाक में कहा ” कुंभ लगने में तो अभी बहुत टाइम है बाबा। “” वहीं तट पर बेठकर इंतजार करेंगे कुंभ का ,बेटी …

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चिंताएं बाहर ही टाँग आएँ

सरला नाम की एक महिला थी । रोज वह और उसके पति सुबह ही काम पर निकल जाते थे ।दिन भर पति ऑफिस में अपना टारगेट पूरा करने की ‘डेडलाइन’ से जूझते हुए साथियों की होड़ का सामना करता था। बॉस से कभी प्रशंसा तो मिली नहीं और तीखी-कटीली आलोचना चुपचाप सहता रहता था ।पत्नी सरला भी एक प्रावेट कम्पनी …

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महात्मा बुद्घ का सत्संग

एक बार किसी गांव में महात्मा बुद्घ का सत्संग हुआ। सब इस होड़ में लग गए कि क्या भेंट करें?सुदास नाम का एक मोची था। उसने देखा कि मेरे घर के बाहर के तालाब में एक कमल खिला है। उसकी इच्छा हुई कि आज नगर में महात्मा बुद्घ आए हैं। सब लोग तो उधर ही गए हैं, तो आज यह …

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” बढ़ी हुई दाढ़ी.. “

बढ़ी औऱ बेतरतीब दाढ़ी वाले किसी व्यक्ति को देख कर यह अन्दाज़ा लगाना बहुत ग़लत नहीं है कि अगर वह व्यक्ति बहुत ग़रीब नहीं है तो फ़िर वह ख़ुद के प्रति लापरवाह है या अच्छा दिखने में इसकी क़ोई रुचि नहीं है ।लेकिन वैज्ञानिकों की माने तो ऐसे व्यक्ति के बारे में राय थोड़ी कम नकारात्मक बनेगी ।उनका कहना है …

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यमराज और डाकू

एक साधु व डाकू यमलोक पहुंचे। डाकू ने यमराज से दंड मांगा और साधु ने स्वर्ग की सुख-सुविधाएं। यमराज ने डाकू को साधु की सेवा करने का दंड दिया। साधु तैयार नहीं हुआ। यम ने साधु से कहा- तुम्हारा तप अभी अधूरा है।मृत्यु के बाद एक साधु और एक डाकू साथ-साथ यमराज के दरबार में पहुंचे। यमराज ने अपने बहीखातों …

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महात्मा बुद्ध का शिष्य चंदौसा

एक समय की बात है महात्मा बुद्ध अपने शिष्यों के साथ मगध आए हुए थे। वहां एक चंदौसा नाम का मोची गांव के बाहर अपनी कुटिया बनाकर रहता था। उसके परिवार में उसकी पत्नी और 4 बच्चे रहा करते थे। चंदौसा की कुटिया के बाहर एक बड़ा सा तालाब था, जिसमें बरसात का पानी जमा हुआ करता था। चंदौसा सवेरे …

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मेहनत का स्वाद

मेहनत का स्वादगुरु नानक देव जी अपने शिष्यों के साथ धर्म चर्चा के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान जाया करते थे। इसी क्रम में उन्हें एक गांव और शहर के बीच का स्थान प्राप्त हुआ, जहां विशाल भव्य मंदिर था। गांव और शहर के लोग यहां बड़े-बड़े अनुष्ठान किया करते थे। गुरु नानक देव जी वहां रुके उनके रुकने …

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