मम्मा को दिखा दो, मम्मा को देख लूँ, मम्मा कहाँ गयी ?... उम्र - चार साल* -- मम्मी कहाँ हो ? मैं स्कूल जाऊँ ? अच्छा bye मुझे आपकी याद आती है स्कूल में..
Read More »Tag Archives: माँ
जानिए आखिर क्या है दुनिया की सबसे बड़ी सेवा
अबू उसमान हैरी नाम के एक प्रसिद्ध संत थे। वह अरब देश के खुरासान में वह रहते थे। दूर-दूर तक उनका नाम था। लोग बड़ी श्रद्धा से उनके पास आते थे और उनके सात्विक उपदेशों से लाभ उठाते थे। एक बार एक आदमी हज करने के विचार से घर से निकला। रास्ते में अबू उसमान हैरी की जगह पड़ती थी। …
Read More »Sad Stories (‘एक दुःख भरी कहानी’)
एक दिन ठेले पर भार अधिक होने के कारण रामू उसे ठीक से सम्भाल नहीं पाया और तेज गति से आती ट्रक से भिड गया। अगले ही पल उसकी मौत हो गयी और उसके पीछे रह गयी उसकी पत्नी जानकी और दो छोटे-छोटे बच्चे गुड्डी और गुडडू। एक तरफ रामू का अंतिम संस्कार किया जा रहा था और दूसरी तरफ …
Read More »धमानवाली माँ बदलती तकदीरें
कहते है कोई बदल न पाता है हांथो की रेखा पर ये करिश्मा करते माँ को रोज ही हमने देखा तभी तो ये दुनिया दीवानी इसकी रे धमानवाली माँ बदलती तकदीरें दीन-दुखी लाखों ही आते है मइया के द्वारे बारी बारी से मेरी मइया सबके काज सँवारे यहाँ पर तो भर्ती झोलियाँ सबकी रे धमानवाली माँ बदलती तकदीरें अगर भरोसा …
Read More »जय हो झंडेवाली माँ
जय हो झंडेवाली,माँ जय हो झंडेवाली, पल भर में जो भर देती है सबकी झोली खाली, जय हो झंडेवाली,माँ जय हो झंडेवाली, बर्ह्मा,विष्णु,शिव भी तेरा करते हल पल धयान, तेरी ज्योति से ही मिलता सब वेदो ज्ञान, तू ही लक्ष्मी है शारदा,तू ही है माँ काली, जय हो झंडेवाली,माँ जय हो झंडेवाली, हम भी पापी आके बैठे तेरे ही माँ …
Read More »मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे इतना दिया मेरी माता
मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे इतना दिया मेरी माता मेरी बिगड़ी माँ ने बनायीं सोयी तकदीर जगाई ये बात ना सुनी सुनाई मैं खुद बीती बतलाता रे इतना दिया मेरी माता मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे इतना दिया मेरी माता मान मिला सम्मान मिला, गुणवान मुझे संतान मिली धन धान मिला, नित ध्यान मिला, माँ से ही …
Read More »मेरा किसे ना पूछिये हाल माँ
मेरा किसे ना पूछिये हाल माँ मैनु ला चरना दे नाल माँ माँ तेरे दरबार दी ऊँची निराली शान है तेरा जो वी हो गया, तू रखेया उसका मान है कदे आया ना मेरा ख़याल माँ, मैनु ला चरना… याद आई रो लिया, बुल्ल सी लए कई वार मैं वस ना चलेया बेबस हो गया आ गया दरबार मैं हुन …
Read More »बेटिया क्यों परायी हैं
मुझे अपनी माँ से गिला, मिला ये ही सिला बेटिया क्यों परायी हैं, मेरी माँ खेली कूदी मैं जिस आँगन में, वो भी अपना पराया सा लागे । ऐसा दस्तूर क्यों है माँ, जोर किसका चला इसके आगे । एक को घर दिया, एक को वार दिया, तेरी कैसी खुदाई है ॥ मुझे माँ से गिला… जो भी माँगा मैंने …
Read More »अस्सी कुण्डा खड़कायी जाना ए
बूहे भावें मन्दिराँ दे खोल या ना खोल, अस्सी कुण्डा खड़कायी जाना ए । मर्जी ए तेरी चाहे बोल या न बोल, ऐसी माँ माँ कह के बुलाई जाना ए ॥ बच्चेयाँ दी भूलां उत्ते मावां पौन पर्दा, भूल हो ही जांदी ए, कोई जान के नहीं करदा । लख्ख फटकार भावें गुस्से विच्च बोल, ऐसी हसके तैनू वी मनाई …
Read More »कौन कहता है माँ की ज्योत नहीं बोलती
जय माँ, जय जय माँ जय माँ, जय जय माँ कौन कहता है माँ की ज्योत नहीं बोलती, श्रद्धा से इसको बुलाने वाला चाहिए, ज्योत से ज्योत को मिलाने वाला चाहिए । भावना से इसको पुकार तो देखिए, अँखिओं के शीशे में उतार कर तो देखिए । सच्च की आवाज में आवाज यह मिलायेगी, सोया जो तूं नींद में, है …
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