अनवरत प्रयास के बाद भी प्रीति के मानष पटल से वह घटना हट नहीं पा रही थी, जब उसका जीवन साथी पीयूष, दो अबोध बच्चों का लालन-पालन तथा दो वृद्ध जन अर्थात माँ-पिताजी की सेवा-शुश्रूषा, देखभाल की जिम्मेदारी छोड़, परमात्मा के चरण शरण को चला गया। यूँ तो पिछले चार-पाँच माह से पीयूष रोगग्रस्त था पर प्रीति के मन में …
Read More »Tag Archives: प्रेरणा
चेहरा और मन
मोहन की रहस्यमय जीवन की रोमांचक यात्रा का अन्वेषण करें, जो एक शांत और रहस्यमय व्यक्ति है। उसके जीवन के जटिलताओं और किए गए गहरे निर्णयों का पर्दाफाश करें। मानव अस्तित्व की गहराईयों में घुमकर देखें, जहां किसी को समझना अनुमानों से परे जाता है,
Read More »सहजता और सरलता
उसके बॉस तो हैरान थे कि जिस प्रवाह से वो हिन्दी बोल रही थी कि यह लड़की यहाँ की जन्मी है ?उस महिला के जाने के बाद उन्होंने पूछा कि उसने कहाँ से सीखी तो मेरी बिटिया ने बताया कि मेरी माँ ने सिखाई है ।
Read More »पूर्ण विराम
इतने सालों के बाद मेरे जीवन की मेहनत रंग लायी । आज एवार्ड लेते समय मेरी आँखों से निरन्तर खुशी के आँसू छलक रहे थे । मै कितना भी कोशिश कर रही थी परन्तु रूकने का नाम नही ले रहे थे ।
Read More »