बात पुरानी जरूर है लेकिन है प्रेरणास्पद। दरअसल हुआ यूं कि एक बार लौह पुरुष के नाम से विख्यात सरदार वल्लभ भाई पटेल संत विनोबा भावे जी के यहां गए। विनोबा जी ने उन्हें भोजन ग्रहण करने का आग्रह किया। उन्हीं दिनों उनसे आश्रम से रसोई घर में खाना बनाने के लिए उत्तर भारत से आया कोई साधक जुड़ा हुआ …
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चेतावनी समझें, नहीं होगा कभी नुकसान
एक गुरु जी प्रवचन दे रहे थे, ‘ईश्वर में आस्था बनाए रखो। ईश्वर सबकी रक्षा करता है।’ एक शिष्य ने हैरान होते हुए एक-एक शब्द को हृदय में उतार रहा था। दूसरे दिन शिष्य जंगल से गुजर रहा था। तभी एक आदमी सामने से दौड़ता हुआ आया। वह चिल्ला रहा था, ‘बचाओ! पागल हाथी इधर ही आ रहा है।’ शिष्य …
Read More »नेवला या मेंढक (‘Bead or frog’)
समीर बहुत परेशान था। पिछले कुछ दिनों से एक के बाद एक उसे किसी न किसी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। कभी ऑफिस में बॉस के साथ बहस हो जाती तो कभी घर पर वाइफ से तो कभी उसे किसी कलीग की बात ठेस पहुंचा दे रही थी। उसे समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करे …
Read More »साधना में लीन रहते हुए पहले हम स्वयं को परखें
एक महात्मा बहुत ज्ञानी और अंतर्मुखी थे। अपनी साधना में ही लीन रहते थे। एक बार एक लड़का उनके पास आया और उसने कहा हे महात्मा आप मुझे अपना चेला बना लीजिए। बुढ़ापा आ रहा है यह सोचकर उन्होंने उसे चेला बना लिया। चेला बहुत चंचल प्रकृति का था। ध्यान में उसका मन नहीं लगता था। गुरु ने कई बार …
Read More »सभी के लिए होते हैं नियम
बात उन दिनों की है जब साबरमती के आश्रम में गांधीजी रहते थे। वह हर काम समय से करते थे। आश्रम में रहने वाले व्यक्ति को समय की महत्ता का विशेष पाठ गांधीजी दिया करते थे। वहां दोपहर और रात के भोजन के लिए दो घंटी बजाईं जाती थीं। उसी दौरान आकर भोजन करना अनिवार्य था। जो लोग दूसरी …
Read More »संत दादू की सहिष्णुता का अनोखा उदाहरण
उस समय की ईश्वर भक्ति उस समय काफी प्रसिद्धि पा चुकी थी। उन्हें गुरु मानने की इच्छा से एक व्यक्ति संत दादू की खोज में निकला। रास्ते में उसे एक साधारण सा व्यक्ति दिखाई दिया। वह व्यक्ति उसके पास पहुंचा और कहा, ‘आप बता सकते हैं कि संत दादू का आश्रम कहां है?’ उस साधारण व्यक्ति ने उस संत की …
Read More »जब हेरो थोरा ने 1 भारतीय किसान से मांगी माफी
हेरो थोरो अमेरिका का एक मशहूर चिंतक और विचारक थे। थोरो भारतीय विचारधारा से प्रेरित थे। उन्हें अपने साहित्य में कालिदास, विष्णु पुराण, हरिवंश पुराण आदि के उदाहरणों को शामिल किया था। भारतीय विचारधारा से प्रभावित होकर, वो भारत में ही एक गांव में पहुंचे। आश्रम बनाने के लिए उन्होंने एक किसान से जमीन ली थी। लेकिन अगले ही दिन …
Read More »मैं जो कल था आज नहीं
एक बौद्ध धर्मगुरु थे। उनके दर्शनों के लिए लोग अक्सर आश्रम में आते थे। स्वामीजी बड़ी उदारता से सबसे मिलते-बात करते और उनकी समस्याओं का समाधान करते। रोज स्वामीजी के पास दर्शनार्थी की भीड़ लगी रहती थी। स्वामीजी की प्रशंसा सुनकर एक साधारण ग्रामीण बहुत प्रभावित हुआ। वह भी स्वामीजी के दर्शानार्थ आश्रम पहुंचा। स्वामी जी की अलौकिक छबि की …
Read More »बापू से जानिए अहिंसा और कायरता में अंतर
महात्मा गांधी जी के आश्रम में लड़कियां भी रहती थीं। एक दिन वे लौट रही थीं। रास्ते में कुछ लड़के उन्हें परेशान करने लगे। लड़कियां घबरा गईं और भागती हुईं आश्रम पहुंची। उन्होंने बापू को सारी बात बताई। बापू बोले, ‘तुम भाग क्यों आईं? हिम्मत से वहीं ठहरना था और उन लड़कों को दो-चार चपत लगानी चाहिए थी।’ यह सुनकर …
Read More »मनुष्य उदारता से कर सकता है हर बुराई में सुधार
एक गुरु अपने आश्रम में कई जगह से आए शिष्यों को शिक्षा देते थे। ऐसे ही एक वर्ष आश्रम में एक छात्र चोरी करते हुए पकडा गया। यह प्रकरण गुरु के ध्यान में लाया गया और उनसे निवेदन किया गया कि ऐसे छात्र को तो आश्रम से बाहर निकाल देना चाहिए। गुरु ने इस बात की ओर कोई ध्यान नहीं …
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