कन्धे पर कपड़े का थान लादे और हाट-बाजार जाने की तैयारी करते हुए नामदेव जी से पत्नि ने कहा- भगत जी! आज घर में खाने को कुछ भी नहीं है।आटा, नमक, दाल, चावल, गुड़ और शक्कर सब खत्म हो गए हैं। शाम को बाजार से आते हुए घर के लिए राशन का सामान लेते आइएगा।भक्त नामदेव जी ने उत्तर दिया- …
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भक्त और भगवान का एक प्यारा रिश्ता
कृष्णा हर दिन एक बाग़ में जाया करते थे और उस बाग़ के सभी पुष्पों को प्यार किया करते थे | बदले में वे सभी पुष्प भी कृष्णा की तरफ अपना प्यार दर्शाया करते थे | उन सभी पुष्पों के चेहरों पर कृष्ण को देखकर एक मधुर मुस्कान आ जाया करती थी | उसी बाग़ में एक बबूल का पेड़ …
Read More »एक लघुकथा सवा मणी
हनुमान जी के मन्दिर में सवामणी चढ़ा कर लौटते हुए एक भक्त से उसके बेटे ने गुब्बारे दिलवाने की जिद की। बच्चा पिट गया। वजह शायद बच्चे की जिद रही होगी या सवामणी के पुण्य का दम्भ इतना बढ़ गया होगा कि भक्त सिर्फ उसी में बौराया था और उसका बच्चे के भाव से तारतम्य टूट गया हो । या …
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हनुमान जी के मन्दिर में सवामणी चढ़ा कर लौटते हुए एक भक्त से उसके बेटे ने गुब्बारे दिलवाने की जिद की। बच्चा पिट गया। वजह शायद बच्चे की जिद रही होगी या सवामणी के पुण्य का दम्भ इतना बढ़ गया होगा कि भक्त सिर्फ उसी में बौराया था और उसका बच्चे के भाव से तारतम्य टूट गया हो । या …
Read More »Bhakti Tirtha Swami Work
Life Achivments Media Publication On March 13, 1979 during Gaura-purnima festival at New Vrindaban, he was initiated into the Vaishnava sannyasaorder of renunciation by Kirtanananda Swami and given the name Bhakti Tirtha Swami. In the same year, he became the first devotee of the Hare Krishna Movement to visit Nigeria and preach there. In 1990 he was crowned as …
Read More »शिव की करो आराधना
शिव की करो आराधना | सुनते हैं वो हर प्रार्थना || वो सब के पालनहारे हैं, श्रृष्टि के रचना कार हैं | उनकी शरण मे जो गया, उस भक्त का उधार है | चरणों मे उनके बैठना, हाथो से उनको थामना || भोले हैं वो प्यारे भी हैं, सब देव मे न्यारे भी है | माना गले मे सर्प भी, …
Read More »तुम बिन हमरी कौन ख़बर ले
तुम बिन हमरी कौन ख़बर ले गोवर्धन गिरधारी ,गोवर्धन गिरधारी? भक्त मीरा की विपदा में , बस काम तुम्हीं तो आये थे , शंकर जी की मुश्किल में , तुम दल बादल सज धाये थे , मेरी भी तो आकर सुन लो , ओ जग के रखवारे गोवर्धन गिरधारी , गोवर्धन गिरधारी ।। उलझ गये थे तुम्ही जाकर, दुर्योधन के …
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