भज मन राम चरण सुखदाई जिहि चरननसे निकसी सुरसरि संकर जटा समाई । जटासंकरी नाम परयो है, त्रिभुवन तारन आई ॥ जिन चरननकी चरनपादुका भरत रह्यो लव लाई । सोइ चरन केवट धोइ लीने तब हरि नाव चलाई ॥ सोइ चरन संत जन सेवत सदा रहत सुखदाई । सोइ चरन गौतमऋषि-नारी परसि परमपद पाई ॥ दंडकबन प्रभु पावन कीन्हो ऋषियन …
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श्री विंध्यशवरी चालीसा
नमो-नमो विन्ध्येश्वरी, नमो-नमो जग्दम्ब । सन्त जनों के काज में, करती नहीं विलम्ब ॥ जय जय जय विन्ध्याचल रानी। आदि शक्ति जग विदित भवानी॥ सिंहवाहिनी जय जग माता। जय जय जय त्रिभुवन सुखदाता॥ कष्ट निवारिनि जय जग देवी। जय जय सन्त असुरसुर सेवी॥ महिमा अमित अपार तुम्हारी। शेष सहस मुख वर्णत हारी॥ दीनन के दुख हरत भवानी। नहिं देख्यो तुम …
Read More »तुमसे लागी लगन ले लो अपनी शरण
तुम से लागी लगन, ले लो अपनी शरण, पारस प्यारा, मेटो मेटो जी संकट हमारा । निशदिन तुमको जपूँ, पर से नेह तजूँ, जीवन सारा, तेरे चाणों में बीत हमारा ॥टेक॥ अश्वसेन के राजदुलारे, वामा देवी के सुत प्राण प्यारे। सबसे नेह तोड़ा, जग से मुँह को मोड़ा, संयम धारा ॥मेटो॥ इंद्र और धरणेन्द्र भी आए, देवी पद्मावती मंगल गाए। …
Read More »मेरे बन जाते सब काम जब लेता हूं तेरा नाम
शेयर :-जब भी मैं किसी काम में नाकाम हो गया …, लेते ही तेरा नाम, मेरा काम हो गया…, मेरे बन जाते सब काम, जब लेता हूं तेरा नाम…, साई राम !, साई शयाम ! कोई जीवन में संकट आया, मैने तुझको पाया साथ खड़े, मेरे सर पे सदा तेरा हाथ रहा, सब काम हुए छोटे या बड़े, मेरी जब …
Read More »जय जय जय हनुमान गोसाईं कृपा करो महाराज
दोहा: बेगी हरो हनुमान महाप्रभु, जो कछु संकट होए हमारो | कौन से संकट मोर गरीब को जो तुम से नहीं जात है टारो || जय जय जय हनुमान गोसाईं, कृपा करो महाराज | तन मे तुम्हरे शक्ति विराजे, मन भक्ति से भीना | जो जन तुम्हरी शरण मे आये, दुःख दरद हर लीना | महावीर प्रभु हम दुखियन के …
Read More »हे हनुमान बहू बलवान भक्ति ज्ञान वराग्य की खान
हे हनुमान बहू बलवान, भक्ति ज्ञान वराग्य की खान |संकट मोचन तू कहलाये | राम बिना तुझे कुछ ना भाये | तेरा द्वार जो भी खटकाये, बिन कुछ पाए घर नहीं जाए || दुर्बल को बलवान बनाये | हर संकट पल मे टल जाए | तेरा गान करे जो कोई, उसे ना कोई विपदा होई || हर मुश्किल आसन तू …
Read More »स्वातंत्र्य गर्व उनका जो नर फांको में प्राण गंवाते हैं
स्वातंत्र्य गर्व उनका, जो नर फाकों में प्राण गंवाते हैं , पर, नहीं बेच मन का प्रकाश रोटी का मोल चुकाते हैं । स्वातंत्र्य गर्व उनका, जिनपर संकट की घात न चलती है , तूफानों में जिनकी मशाल कुछ और तेज़ हो जलती है । स्वातंत्र्य उमंगो की तरंग, नर में गौरव की ज्वाला है , स्वातंत्र्य रूह की ग्रीवा …
Read More »मैं एक नन्हे शिशु के समान
आया हू प्रभु तेरे द्वार मैं एक नन्हे शिशु के समान (2) करता हू मैं तुज़पार विश्वर (2) मैं एक नन्हे शिशु के समान आया हू प्रभु तेरे द्वार जब चिंता से मान भर जाता तब संकट मे खुदका पता मा के आँचल मे चुप जाता . ही प्यार तब मैं पता मैं एक नन्हे शिशु के समान आया हू …
Read More »प्राथमा वंदना गोवरी नंदना
हे शिवानंदना पाही गजानना एकदंता गुणवंता विनायका मंगला चरना संकट हराना प्राणवा स्वरूपा पाही गजानना [To English wish4me] Hey shivanandana pahi gajanana Ekdanta gunavanta vinayaka Mangala charana sankat harana Pranava swaroopa pahi gajanana
Read More »साहसी की सदा विजय (Courageous always win)
एक बकरी थी। एक उसका मेमना। दोनों जंगल में चर रहे थे। चरते – चरते बकरी को प्यास लगी। मेमने को भी प्यास लगी। बकरी बोली – ‘चलो, पानी पी आएँ।’ मेमने ने भी जोड़ा, ‘हाँ माँ! चलो पानी पी आएँ।’ पानी पीने के लिए बकरी नदी की ओर चल दी। मेमना भी पानी पीने के लिए नदी की ओर …
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