बूहे भावें मन्दिराँ दे खोल या ना खोल, अस्सी कुण्डा खड़कायी जाना ए । मर्जी ए तेरी चाहे बोल या न बोल, ऐसी माँ माँ कह के बुलाई जाना ए ॥ बच्चेयाँ दी भूलां उत्ते मावां पौन पर्दा, भूल हो ही जांदी ए, कोई जान के नहीं करदा । लख्ख फटकार भावें गुस्से विच्च बोल, ऐसी हसके तैनू वी मनाई …
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बरसे अमृत धार मैया जी तेरे भवनों पे
बरसे अमृत धार मैया जी तेरे भवनों पे गूंजे जय जयकार मैया जी तेरे भवनों पे श्रद्धा से इक बार जो चलके द्वार तुम्हारे आता है दुःख संताप मिटे उसके हर रोग दूर हो जाता है तेरी किरपा से हो उपचार, मैया तेरे भवनों पे बरसे अमृत धार… तेरे दर से कोई सवाली खाली हाथ नहीं जाता जिस पर मेहर …
Read More »हारे के सहारे आजा, तेरा दास पुकारे आजा
हारे के सहारे आजा, तेरा दास पुकारे आजा, हम तो खरे तेरे दुआरे, सुंले करूँ पुकार लाख चाहूं मगर बात बनती नही क्या करू, नाव भटके मेरी पार लगती नही किया करू, कैसे नैया होगी पार, गयी च्छुत पतवार, आब आके तू हाथ लगजा हारे की सहारे आजा, तेरा दास पुकारे आजा, हम तो खरे तेरे दुआरे, सुंले करूँ पुकार …
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