Breaking News

blog

blog

जंगली सुअर और लोमड़ी !!

एक जंगली सुअर एक पेड़ के तने से घिस-घिसकर अपने दाँत नुकीले कर रहा था। एक लोमड़ी ने उसे देखा तो सोचने लगी कि जब इसके सामने लड़ने के लिए कोई है ही नहीं, तो यह मूर्ख जानवर क्यों लड़ाई की तैयारी कर रहा है। वह सुअर के पास गई और पूछने लगी, “दोस्त, तुम अपने दाँत नुकीले क्यों कर …

Read More »

सुअर और भेड़ !!

एक मोटा-तगड़ा सुअर था। उसे हमेशा पकड़े जाने और मार डाले जाने का डर लगा रहता था। वह भेड़ों के बाड़े में रहने लगा। उसने सोचा कि यहाँ रहने पर उसे कोई नहीं देख पाएगा और वह बचा रहेगा। एक दिन, चरवाहे ने उसे देख लिया और उसके कान पकड़कर बाहर खींच लाया। सुअर चीखता-चिल्लाता रहा और अपने को छुड़ाने …

Read More »

रेत भरी सड़क !!

एक दिन एक व्यापारी ने व्यापार करने के लिए शहर जाने का निश्चय किया। उसने अपने साथ कुछ और लोगों को भी ले लिया। शहर जाने के लिए उन्हें रेगिस्तान से गुजरना था। जब वे लोग रेगिस्तान पहुंचे, तो उन्हें बहुत गर्मी लगने लगी। व्यापारी और उसके साथियों ने तय किया कि शेष यात्रा वे रात में करेंगे। जब रात …

Read More »

कौआ चला मोर बनने !!

एक कौए ने बहुत सारे मोर पंख इकट्टे किए और उन्हें अपने तन पर लगा लिए। उसे अपना नया रूप बहुत अच्छा लगा और उसने निश्चय किया कि अब वह कौओं के साथ नहीं, बल्कि मोरों के साथ रहेगा। इसके बाद वह अपने पुराने साथियों का तिरस्कार करके वहाँ से चला गया और मोरों के झुंड में मिलने की कोशिश …

Read More »

सेठ और किसान !!

एक धनाढ्य को अपनी अकूत संपत्ति पर भारी घमंड हो गया। वह प्रायः अपने पुत्र से कहा करता कि सुख-सुविधा के जितने साधन उसके पास हैं, अन्य किसी के पास नहीं हैं। वह कहता कि गाँवों की हालत देखोगे, तो पता चलेगा कि लोग कितने अभाव में दिन काटते हैं। एक दिन वह पुत्र को कार में बिठाकर एक गाँव …

Read More »

गाय और बाघ !!

अन्य गायों ने कहा, ‘क्यों सत्यव्रता बनकर मौत के मुँह में जा रही हो?’ गाय ने जवाब दिया, ‘वचन भंग करना अधर्म है। मैं प्राण बचाने के लिए पाप की भागी नहीं बन सकती।’ गाय को लौटा देखकर बाघ दंग रह गया। उसने कहा, ‘तुम जैसी सत्यवादी के प्राण लेकर मैं पाप का भागी नहीं बनना चाहता। जाओ, अपने बछड़े …

Read More »

हैमलिन का बांसुरी वाला !!

जर्मनी में हैमलिन नामक एक छोटा-सा शहर था। वहाँ बहुत सारे चूहे रहते थे। वहाँ के लोग चूहों से परेशान होकर मेयर के पास गए। मेयर को चूहों से बचने का कोई उपाय नहीं सूझ रहा था। तभी बाँसुरी धरी एक व्यक्ति ने मेयर से कहा, “श्रीमान! मैं बाँसुरी बजाता हूँ। मुझे पता चला है कि चूहों ने आपके नाक …

Read More »

सिंदबाद – Hindi Moral Stories

सिंदबाद नामक एक बहुत ही गरीब लड़का था। धन कमाने के लिए वह नाविकों के साथ समुद्री जहाज पर चला गया। एक दिन दुर्भाग्यवश समुद्र में जोरों का तूफान आया और जहाज डूब गया। सिंदबाद एक लट्ठ के सहारे बहता हुआ एक द्वीप पर जा पहुँचा। उसे जोरों की भूख लगी थी। खाना ढूँढने के लिए वह एक ऊँचे खजूर …

Read More »

तीन बकरे !!

किसी समय की बात है… तीन बकरे थे, नन्हा बकरा, बीच वाला बकरा और बड़ा बकरा। उन्हें हरी-हरी, नरम-नरम, मीठी घास बेहद पसंद थी। एक दिन तीनों बकरों ने पास की पहाड़ी पर उगी हरी हरी घास खाने का मन बनाया। उस पहाड़ी पर जाने के लिए उन्हें पास ही बहती नदी पर बने एक लकड़ी के पुल को पार …

Read More »

बेगुनाह की सहायता !!

अरब देश के गीलान नगर में रहने वाले शेख अब्दुल कादिर बहुत दरियादिल इनसान थे। वे अपना जीवन बहुत सादगी से बिताते थे। सत्साहित्य के पठन-पाठन में वे हमेशा लगे रहते थे। उनके पड़ोस में एक यहूदी युवक रहता था। वह उच्छृखल किस्म का था। वह बराबर शोर मचाता। इससे शेख कादिर की इबादत में बाधा पड़ती। उन्होंने एक बार …

Read More »