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पुलाव में एक पत्थर-

( करोना का भय दूर करने से संबंधित लेख )  एक रेस्तरां में, एक अच्छे रसोइये ने उच्च गुणवत्ता वाले चावल का उपयोग करके बहुत स्वादिष्ट पुलाव पकाया।  जैसे ही पुलाव तैयार हुआ, उसकी सुगंध चारों ओर फैल गई।  सभी के मुंह में पानी आने लगा *  लगभग सौ लोगों को पुलाव परोसा गया।  बस जब हर एक व्यक्ति पुलाव …

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प्रभु को प्रत्येक क्षण याद रखें

गजब मेरे खाटू वाले

डॉक्टर साहब ने स्पष्ट कह दिया, “जल्दी से जल्दी प्लाज्मा डोनर का इंतजाम कर लो नही तो कुछ भी हो सकता हैं” रोहन को अब तो कुछ भी नही सूझ रहा था, मां फफक फफक कर रो रही थी और सामने बेड पर थे बाबूजी जो बेहद ही सीरियस थे सब जगह तो देख लिया था सबसे गुहार कर ली …

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सच्चा इन्सान

जब टाईटेनिक समुन्द्र में डूब रहा था तो उसके आस पास तीन ऐसे जहाज़ मौजूद थे जो टाईटेनिक के मुसाफिरों को बचा सकते थे। सबसे करीब जो जहाज़ मौजूद था उसका नाम SAMSON था और वो हादसे के वक्त टाईटेनिक से सिर्फ सात मील की दूरी पर था। SAMSON के कैप्टन ने न सिर्फ टाईटेनिक की ओर से फायर किए …

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महाराज का सबसे प्रिय हाथी

🙏 एक राजा के पास कई हाथी थे,लेकिन एक हाथी बहुत शक्तिशाली था, बहुत आज्ञाकारी,समझदार व युद्ध-कौशल में निपुण था। बहुत से युद्धों में वह भेजा गया था और वह राजा को विजय दिलाकर ही वापस लौटता था….इसलिए वह महाराज का सबसे प्रिय हाथी था। समय गुजरता गया  .. और एक समय ऐसा भी आया, जब वह वृद्ध दिखने लगा। …

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वक्त की करवट

Recognition-of-time

घर पर ही रहना फिजाएं खराब है। बाहर ना निकल पाओगे , इस चींख पुकार के दौर में। जिस तरफ निगाह दौड़ाओगे , केवल मायूसी ही पाओगे। आंसू चाह कर भी रोक ना पाओगे, ये तो खुद बखुद निकल जाएंगे।। घर पर ही रहना फिजाएं खराब है। जिन के बिना ना गुजरता था एक पल भी , आज उनसे ही …

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भिखारी का कटोरा

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मानव जन्म की कीमत पहचाने🙏🙏रेलवे स्टेशन के बाहर सड़क के किनारे कटोरा लिए एक भिखारी लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए अपने कटोरे में पड़े सिक्कों को हिलाता रहता और साथ-साथ यह गाना भी गाता जाता – गरीबों की सुनो वो तुम्हारी सुनेगा –तुम एक पैसा दोगे वो दस लाख देगागरीबों की सुनो …” कटोरे से पैदा हुई ध्वनि …

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किसी ने बड़ा सुंदर कहा है

महाराज दशरथ को जब संतान प्राप्ति नहीं हो रही थी तब वो बड़े दुःखी रहते थे…पर ऐसे समय में उनको एक ही बात से हौंसला मिलता था जो कभी उन्हें आशाहीन नहीं होने देता था… और वह था श्रवण के पिता का श्राप….दशरथ जब-जब दुःखी होते थे तो उन्हें श्रवण के पिता का दिया श्राप याद आ जाता था… (कालिदास …

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सबसे बड़ा कौन

चार बुढ़िया थीं। उनमें विवाद का विषय था कि हम में बडी कौन है ? जब वे बहस करते-करते थक गयीं तो उन्होंने तय किया कि पड़ौस में जो नयी बहू आयी है, उसके पास चल कर फैसला करवायें। 👱🏻‍♀️ वह चारों बहू के पास गयीं। बहू-बहू ! हमारा फैसला कर दो कि हम में से कौन बड़ी है ? …

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गुरु नानक देव जी ने कहा

संसार का भ्रमण करते हुए गुरु नानक सच्चे पातशाह ओर मरदाना किसी जंगल से जा रहे थे मरदाना ने कहा महाराज बहुत भूख लगी हैं! नानक जी नो कहा मरदाना रोटियां सेंक ले, मरदाना ने कहा बहुत ठंड हैं, ना तो कोई चुल्हा हैं और न ही कोई तवा हैं और पानी भी बहुत ठंडा हैं! तालाब छोटा था जैसे …

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भारत पाकिस्तान युद्ध और शास्त्री जी

दो घंटे युद्ध और चलता तो भारत की सेना लाहौर पर कब्जा कर लिया होता ! लेकिन तभी पाकिस्तान को लगा की जिस रफ्तार से भारतीय सेना आगे बढ रही है, हमारा तो पुरा अस्तित्व ही खत्म हो जायेगा ! (भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 का युद्ध, भारत पाकिस्तान युद्ध का भाग — तिथि- अगस्त सितम्बर 1965 – स्थान …

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