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Do you Know?

सच्चे मित्र ( हिरण , कबूतर और चूहा ) !!

एक जंगल में एक कबूतर , चूहा और एक हिरण तीनों घनिष्ठ मित्र रहा करते थे। जंगल में बने सरोवर में पानी पीते फल खाते और वही सरोवर के आसपास घुमा फिरा करते थे। एक समय की बात है  जंगल में एक शिकारी , शिकार करने आया उसने हिरण को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। काफी प्रयत्न और मेहनत से शिकारी ने जाल को छिपाकर लगाने सफलता पा …

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देश प्रेम की कहानी!!

एक समय की बात है , देश की सीमा के किनारे बसे एक गांव पर कुछ आतंकवादियों ने कब्जा कर लिया और वहां लूट – पाट मचा दी। सैनिकों को सूचना मिली तो वह तुरंत ही उनसे निपटने कर लिए चल पड़े। बरसात का मौसम था घनघोर वर्षा हो रही थी , इसके कारण छोटे-छोटे ताल-तलैया भी खूब विशालकाय नजर आ …

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शरारती बंदर!!

एक समय की बात है , एक जंगल में एक शरारती बंदर रहा करता था। वह बन्दर सभी को पेड़ों  से फल फेक – फेक करके मारा करता था। गर्मी का मौसम था पेड़ों पर खूब ढ़ेर सारे आम लगे हुए थे। बंदर सभी पेड़ों पर घूम-घूमकर आमो का रस चूसता और खूब मजे करता। नीचे आने – जाने वाले जानवरों पर वह ऊपर …

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चिंटू का भोलू !!

चिंटू एक छोटा सा बच्चा है।  उसके पास एक भोलू नाम का सफेद रंग का कुत्ता है। चिंटू और भोलू  दोनों अच्छे मित्र हैं।  भोलू , चिंटू के घर में रहता है। वह चिंटू की ढेर सारी मदद करता है। चिंटू स्कूल जाने के लिए तैयार होता है तो भोलु उसकी मदद करता है। उसके जूते उसकी बोतल आदि झटपट चिंटू को …

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मानवता का गुण

ऋग्वेद का एक मंत्र है- मनुर्भव अर्थात् मनुष्य बनो। वैदिक विद्वान् वेदमूर्ति पं. सातवलेकर ने एक सभा में जब मंत्र दोहराया-मनुर्भव, तो एक सज्जन ने पूछा, ‘क्या सभा में उपस्थित लोग मनुष्य नहीं हैं?’ पंडित सातवलेकरजी ने कहा, ‘भाई! हर जीव के कुछ लक्षण होते हैं। यदि मानवता नहीं है, तो कोई मानव कैसे कहला सकता है? लक्षणों से ही …

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पत्नी स्वर्ग का साधन है

कश्यपस्मृति में कहा गया है, दाराधीना क्रियाः स्वर्गस्य साधनम्। तीर्थयात्रा, दान, श्राद्धादि जितने भी सत्कर्म हैं, वे सभी पत्नी के अधीन हैं। अतः पत्नी स्वर्ग का साधन है। यह भी कहा गया है कि नास्ति भार्यासमं तीर्थम् अर्थात् पत्नी साक्षात् तीर्थ है। स्वामी सत्यमित्रानंदगिरिजी धर्म प्रचार के लिए अमेरिका गए, तो एक अमेरिकी ने उनसे पूछा, ‘क्या भारत में पति …

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दान का मूल्यांकन

प्रत्येक धर्मशास्त्र में सत्य, अहिंसा, दया, दान, उपवास आदि की महत्ता बताई गई है। इन्हें धर्म का अंग बताया गया है। साथ ही इनका पालन करते समय विवेक-बुद्धि से आकलन की भी प्रेरणा दी गई है। सत्य पर अटल रहना चाहिए, झूठ कदापि नहीं बोलना चाहिए, किंतु यदि सत्य बोलने के संकल्प के कारण किसी निर्दोष के प्राणों पर संकट …

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लालच में भक्ति नहीं

महिला संत राबिया अरब में बसरा शहर की एक झोंपड़ी में रहकर हर क्षण भगवान् की याद में खोई रहती थीं। वे कहा करती थीं कि प्रत्येक मनुष्य का जीवन क्षणभंगुर है तथा ईश्वर शाश्वत है । बसरा के लोगों ने एक दिन देखा कि राबिया एक हाथ में आग और दूसरे हाथ में पानी से भरी बाल्टी लिए दौड़ …

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जब शिशु माँ के गर्भ में होता है

जब शिशु माँ के गर्भ में होता है तो वहाँ बहुत छोटी सी जगह होती है,शिशु करवट भी नहीं ले सकता ऐसी जगह होती है और रहता कहाँ हैमाँ के मल-मूत्र में लिपटा हुआ रहता है और वो भी उल्टा लटका होता है,मल- मूत्र में लिपटे हुए पूरे नौ महीने हर मनुष्य रहता है, पैसे वाला बनेगा बाद में गरीब …

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सुखी दांपत्य का रहस्य

प्राचीनकाल में भी अंधविश्वासी लोग कार्यसिद्धि के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा लेने से नहीं हिचकिचाते थे। शायद उस समय भी पति या पत्नी को वश में करने के लिए ऐसे उपायों का दावा किया जाता होगा। महाभारत में एक कथा आती है। एक बार श्रीकृष्ण की पत्नी सत्यभामा तथा द्रोपदी एकांत में बैठी बातें कर रही थीं। अचानक सत्यभामा ने …

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