आज हम बात करेंगे हनुमान चालीसा के बारे में, हनुमान चालीसा कब लिखी गयी इसके पीछे का रहस्य क्या है। और इससे चालीसा क्यों कहा कहा जाता है। इसको हम कैसे पढ़ें की हमें इसका पूरा – पूरा फल मिले। यह साड़ी बातें हम आज की इस वीडियो में करने वाले हैं। जानना चाहते हैं तो वीडियो को अंत तक …
Read More »God Leela
मन को साधो
हमारे सभी शुभ-अशुभ कर्मों का कारण मन है। उपनिषद् में कहा गया है, ‘मन एव मनुष्याणां कारणं बंधमोक्षयोः।’ अर्थात् मन के परिष्कृत शुद्ध हो जाने से या उसमें सत्य को प्रतिष्ठित करने से स्वतः दया, करुणा, उदारता, सेवा, परोपकार जैसे सद्गुणों का समावेश हो जाता है। भगवान् श्रीकृष्ण अर्जुन को उपदेश देते हुए कहते हैं, जिसका मन वश में है, …
Read More »तेरा साईं तुझमें
एक बार एक विद्यालय में अध्यापक ने छात्रों की परीक्षा लेने के लिए प्रश्न किया, ‘बताओ ईश्वर कहाँ है?’ एक छात्र ने कहा, ‘गुरुदेव, भगवान् मंदिर में हैं। हम वहाँ उनके दर्शन करने जाते हैं। दूसरे छात्र ने कहा, ‘गिरिजाघर में। हम संडे को वहाँ जाकर प्रभु की प्रार्थना करते हैं।’ तीसरे ने कहा, ‘मसजिद में। हम वहाँ रोजाना नमाज …
Read More »विनय और समर्पण
ऋषि-मुनियों, संत-महात्माओं तथा भक्तों ने भगवान् से अपने अवगुणों को अनदेखा कर शरण में लेने की प्रार्थना की है। संत कवि सूरदास ‘प्रभु मेरे अवगुण चित न धरो’ पंक्तियों में विनयशीलता का परिचय देते हुए शरणागत करने की प्रार्थना करते हैं, तो तुलसीदास रामजी से पूछते हैं, ‘काहे को हरि मोहि बिसारो। संत पुरंदरदास खुद को दुर्गुणों का दास बताते …
Read More »माँ काली का स्वरूप
सितंबर, 1899 में स्वामी विवेकानंदजी कश्मीर में अमरनाथजी के दर्शन के बाद श्रीनगर के क्षीरभवानी मंदिर में पहुँचे। वहाँ उन्होंने माँ काली का स्मरण कर समाधि लगा ली। एक सप्ताह तक उन्होंने नवरात्रि पर्व पर एकांत साधना की। वे प्रतिदिन एक बालिका में साक्षात् माँ काली के दर्शनकर उसकी पूजा किया करते थे। एक दिन उन्होंने श्रद्धालुजनों के बीच प्रवचन …
Read More »Shyam kaha se aaye
कहा से आये श्याम कहा से आये शंकरकहा से आये रे माता अनजानी के लालामथुरा से आये श्याम काशी से आये शंकरमेहंदीपुर से आये माता अंजनी के लालाकाहे पे चड़े श्याम काहे पे चड़े शंकरकाहे पे चड़े आये माता अंजनी के लालागईआ संग आये श्याम नंदी पे आये शंकरहवा में उड़ के आये माता अंजनी के लाला क्या खाये श्याम …
Read More »Tere dware ka nokar bna le
सारी दुनिया से मुझको हटा लेओ तेरे द्वारे का नोकर बना ले…. एह तू जो उठो गे तो चाय मिलेगीअसनान करो रोटी भी तयार मिलेगीसब्जी किसकी बनाऊ बता दे,ओ तेरे द्वारे का नोकर बना ले…. कभी कभी खीर भी बनाया करुगामिसी फीकी तुमको खिलाया करू गाठंडी खाए या गर्म बता देओ तेरे द्वारे का नोकर बना ले…. अरे भगतो के …
Read More »Mere kanha sath nibhana
और नही कुछ तुम से केहना सेवा में तेरी मुझको रेहनामेरे कान्हा मेरे कान्हा मेरे कान्हा साथ निभाना…… तू दाता मैं तेरी पुजारन तेरे दर की मैं हु भिखारन,बन ना चाहू मीरा से जोगन पूरी करदो मेरी तमना,मेरे कान्हा मेरे कान्हा मेरे कान्हा साथ निभाना….. हारे का हो तुम तो सहारा तुम से चलता सब का गुजारादिल से दिल ने …
Read More »God Loan
ईश्वर ऋण – ईश्वर ऋण कैसे उतारा जाए ? ईश्वर सिर्फ यही चाहता है कि जिस पवित्र रूप में इस आत्मा को मैंने जीवन दिया है उसी पवित्र रूप में वह उसके पास पुनः लौट आए । जब हमारा जन्म होता है तब एक पवित्र आत्मा का निवास उस जीव में होता है इसलिए छोटे बच्चे को ईश्वर का रूप …
Read More »जीवन का अनमोल संदेश
आपने यह कथा पहले भी कभी न कभी जरूर पढ़ी होगी लेकिन धार्मिक कथाएं सिर्फ कथाएं नहीं हैं,ज्ञान का अक्षय भंडार हैं. वृकासुर की इस कथा में कई अनमोल संदेश छिपे हैं जो शिवजी और श्रीहरि ने दिए हैं. ये संदेश ये सीख हमारे जीवन के लिए बड़ी उपयोगी है. आप कथा पूरी पढ़ें, कथा का आनंद भी मिलता रहेगा …
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