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Shrimad Bhagwat Geeta Mahatmya Adhyay1

geeta ke 1 adhyay ka mahatmya

एक समय पार्वती जी ने पूछा है महादेव जी किस ज्ञान के बल पर संसार के सब लोग आपको शिव कहकर पूजते हैं। मृगछाला ओढ़े और अपने सभी अंगों में शमशान की विभूति लगाएं, गले में सर्प और नर मुंडों की माला पहने हुए हो। इनमें तो कोई भी पवित्र नहीं, फिर आप किस ज्ञान से पवित्र माने जाते हैं? …

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श्रीकृष्ण #भक्त

श्रीकृष्ण भक्त और भगवानएक बार एक मोर नंद गांव में श्री कृष्ण को रिझाने के लिए प्रतिदिन भजन गाता था . लेकिन श्रीकृष्ण उसकी तरफ ज्यादा ध्यान नहीं देते थे . श्री कृष्ण के इस व्यवहार से मोर एक दिन रो पडा़. उसी समय एक मैना उधर से गुजरी. उस मोर से पूछने लगी यह तो श्रीकृष्ण का द्वार है …

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जीवन का कठोर सत्य

भगवान विष्णु गरुड़ पर बैठ कर कैलाश पर्वत पर गए।द्वार पर गरुड़ को छोड़ कर खुद शिव से मिलने अंदर चले गए।तब कैलाश की अपूर्व प्राकृतिक शोभा को देख कर गरुड़ मंत्रमुग्ध थे कि तभी उनकी नजर एक खूबसूरत छोटी सी चिड़िया पर पड़ी।चिड़िया कुछ इतनी सुंदर थी कि गरुड़ के सारे विचार उसकी तरफ आकर्षित होने लगे।उसी समय कैलाश …

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भगवन श्री कृष्णा की मृतुय

भगवान् कृष्ण ने जब देह छोड़ा तो उनका अंतिम संस्कार किया गया , उनका सारा शरीर तो पांच तत्त्व में मिल गया लेकिन उनका हृदय बिलकुल सामान्य एक जिन्दा आदमी की तरह धड़क रहा था और वो बिलकुल सुरक्षित था , उनका हृदय आज तक सुरक्षित है जो भगवान् जगन्नाथ की काठ की मूर्ति के अंदर रहता है और उसी …

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नंद के लाला यशोदा के प्यारे

नंद के लाला यशोदा के प्यारेराधा के प्रियतम ओह मोहन प्यारे….-2 वन में थे तुम तो गउए चरातेग्वालिनों से थे माखन चुराते -2गोवर्धन को नक पे थे धारे।राधा के प्रियतम ओह मोहन प्यारे।नंद के लाला यशोदा के प्यारे…… कुंझ गलियां में थे रास रचातेराधिका जी को तुम थे रिझाते -2बंसी बजा के जमुना किनारे।राधा के प्रियतम ओह मोहन प्यारे।नंद के …

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राधा का चरणामृत

आज हम बालकृष्ण और राधा का एक प्रसंग सुनेंगे । एक बार गोकुल में बालकृष्ण बीमार हो गए थे । कोई भी वैद्य, औषधि, जडी-बूटी उन्हें ठीक नहीं कर पा रही थी । गोपियों को यह बात पता चली । गोपियां कृष्ण से मिलने आई । कृष्ण की ऐसी स्थिति देखकर सभी गोपियों की आंखों में आंसू आ गए । …

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गोदावरी नदी की जन्‍मकथा

आपने कभी नहाते समय बोला जानेवाला एक मंत्र सुना है ? गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्‍वती ।नर्मदे सिंधु कावेरि जलेऽस्‍मिन् सन्‍निधिं कुरु ॥ इस श्‍लोक का अर्थ है, हे गंगा, यमुना, गोदावरी, सरस्‍वती, नर्मदा, सिंधु, कावेरी नदियों ! मेरे स्नान के इस जल में आप सभी पधारिये और मुझे पवित्र कीजिए । भगवान शिवजी के बारह ज्‍योतिर्लिंग हमारी पवित्र …

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श्री कृष्णजी ने बनाया अपनी बंसूरी से श्रीराधा के लिए कुंड : आइए जाने

एक बार कंस ने भगवान श्रीकृष्‍ण का वध करने के लिए अरिष्टासुर नाम के दैत्‍य को भेजा । अरिष्टासुर गाय के बछडे का रूप लेकर श्रीकृष्‍ण की गायों में शामिल हो गया और उन्‍हें मारने लगा । भगवान श्रीकृष्‍ण ने बछडे के रूप में छिपे दैत्‍य को पहचान लिया । श्रीकृष्‍ण ने उसको पकडा और भूमी पर पटक पटककर उसका …

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मेरे श्याम सलोने नटवर को

मेरे श्याम सलोने नटवर को किसी की नजर ना लगेमाता यशोदे……… बंसी श्याम बजाते हैं, सब के मन को लुभाते हैं – 2सुन के बंसी श्याम सलोने की भक्त दीवाने हो जाते हैंबंसी को बजाना धीरे से भक्तों की नजर ना लगेमाता यशोदे……..मेरे श्याम सलोने नटवर को किसी की नजर ना लगेमाता यशोदे……… होली के दिन आने लगे, श्याम भी …

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बड़ा ही प्यारा लगदा नी माँ बंसरी वाला

मेनू बड़ा ही प्यारा लगदा नि माँ बंसरी वालाबंसरी वाला मुरली वालाबंसरी वाला मुरली वालाभगता दे मन वसदा नी माँ बंसरी वालामेनू बड़ा ही प्यारा लगदा नि माँ बंसरी वाला……. श्याम जी दे पैरा विच सोने दिया झांझराठुमक ठुमक पग धारदा नी माँ बंसरी वालाबंसरी वाला मुरली वालामुरली वाला कमली वालाओह ते भेद दिला दे दसदा नि माँ बंसरी वालामेनू …

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