जानिए रिया की अद्भुत कहानी, जो ने जीवन के मुश्किलों का सामना करते हुए प्रेम और समर्पण में अपना मार्ग बनाया। एक साधारण लड़की का साहस और संघर्ष, जिसने अपने प्यार को सच्चाई में बदला।
Read More »Gyan Ganga
संयुक्त परिवार
परिवार में हुई थी, वह घर की छोटी बहू थी । उसके ससुर शामलाल जी का होलसेल कपड़ो का बहुत बड़ा व्यापार था। उससे बड़ी दो जेठानियां और थी पर दोनो ही अमीर घराने की थी जो बहुत दान दहेज लेकर आई थी। उसके पति घर में सबसे छोटे थे और पैदाइशी लकवाग्रस्त थे इस कारण श्यामलाल जी ने रंजना …
Read More »समझ गया साहब
स्टेशन वाले हनुमान जी के दर्शन करवा दो!" उसके इतना कहते ही रिक्शा थोड़ा आगे बढ़ स्टेशन जाने वाली मुख्य सड़क की ओर मुड़ गया।
Read More »खेल तमाशा
राजा का अनुशासनप्रेमी और खिलाड़ी स्वरूप, बहुत संजीवनी नृत्य राजा को कैसे बदल देता है। यह दिलचस्प कहानी जीवन के रंग-बिरंगे पहलुओं को छूने का एक अनूठा पैथ प्रस्तुत करती है, जो राजा और उसकी प्रजा को साथ मिलकर सिखा देती है कि जीवन में खुशियों के लिए स्वतंत्रता और मनोरंजन का महत्व है।
Read More »जानिए बजरंग बाण के फायदे
कलयुग में सबसे चर्चित, प्रभावशाली व शीघ्र फल प्रदान करने वाले हनुमान जी है।हनुमान जी की आराधना करने में नियम, संयम का पालन करना बहुत जरूरी होता है।नियम, संयम में त्रुटि होने पर हनुमान दण्ड अवश्य देते है, इसलिए हनुमान जी की अराधना करने में किसी भी प्रकार का दुव्र्यसन न करें।संकट को हरने वाले हनुमान जी के अनेक रूप …
Read More »ॐ नमः शिवाय मंत्र का शुद्ध उच्चारण
अभी सावन का महीना प्रारम्भ होने वाला है। आपने देखा होगा की सभी मंदिर में जाते हैं और जप करते हैं ॐ नमः शिवाय। यह मंत्र भगवान् शिव का एकाक्षरी बीज मंत्र है और बहुत ही शक्ति प्रदान करने वाला है। इस मंत्र का यदि हम जाप करते हैं तो शनि राहु केतु कोई भी ग्रह अगर गलत चल रहा …
Read More »Powerful Gayatri Mantra
ॐ भूर्भुवः स्व:तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गोदेवस्य धीमहिधियो यो नः प्रचोदयात् ॥ ॐ भूर्भुवः स्व:तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गोदेवस्य धीमहिधियो यो नः प्रचोदयात् ॥ ॐ भूर्भुवः स्व:तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गोदेवस्य धीमहिधियो यो नः प्रचोदयात् ॥ ॐ भूर्भुवः स्व:तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गोदेवस्य धीमहिधियो यो नः प्रचोदयात् ॥
Read More »नवतत्त्व प्रकरण प्रश्नोत्तरी
प्रश्न- 31 मोक्ष तत्त्व उपादेय क्यों है ? जवाब- 31 कर्मो का संपूर्ण क्षय होना मोक्ष है । जब मोक्ष प्राप्त होता है, तो जीव अपने संपूर्ण शुद्ध स्वरुप को प्राप्त हो जाता है । उसमें किसी भी प्रकार का कर्म विकार रुप मल नहीं रहता । इस अमल-निर्मल तथा संपूर्ण आत्मदशा को प्राप्त होने का नाम ही मोक्ष है …
Read More »नवतत्त्व प्रकरण प्रश्नोत्तरी
प्रश्न- 1 तत्त्व किसे कहते है ? जवाब- 1 चौदह राजलोक रुप जगत में रहे हुए पदार्थों के लक्षण, भेद, स्वरुप आदि को जानना, तत्त्व कहलाता है । प्रश्न- 2 तत्त्व कितने और कौन कौन से होते है ? जवाब- 2 तत्त्व नौ हैं – 1.जीव 2.अजीव 3.पुण्य 4.पाप 5.आश्रव 6.संवर 7.निर्जरा 8.बंध 9.मोक्ष । प्रश्न- 3 जीव तत्त्व किसे …
Read More »पाप और पुण्य
वह सभी कार्य जिनसे दूसरों को किसी भी तरह का दुख, तकलीफ़ या नुकसान हो वह पाप है, और वह कार्य जिनसे दूसरों का फायदा हो वह पुण्य है। ऐसा कोई भी कार्य नहीं है जिससे केवल पुण्य हो और ऐसा कोई भी कार्य नहीं है जिससे केवल पाप हो। धर्म अनुसार प्रमुख दस पुण्य और दस पाप। इन्हें जानकर …
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