क्या नाचने गाने को विवाह कहते हैं, क्या दारू पीकर हुल्लड़ मचाने को विवाह कहते हैं, क्या रिश्तेदारों और दोस्तों को इकट्ठा करके दारु की पार्टी को विवाह कहते हैं ? डी जे बजाने को विवाह कहते हैं, नाचते हुए लोगों पर पैसा लुटाने को विवाह कहते हैं, घर में सात आठ दिन धूम मची रहे उसको विवाह कहते हैं? …
Read More »Religion Information
भगवान को प्रणाम करने का सही तरीका ?
एक बार चित्र को गौर से देखिए फिर पोस्ट पढ़े। भारतीय महिलाएं दंडवत प्रणाम क्यों नहीं करती हैं ? ये है भगवान को प्रणाम करने का सही तरीका। आपने कभी ये देखा है कि कई लोग मूर्ति के सामने लेट कर माथा टेकते है। जी हां इसी को साष्टांग दंडवत प्रणाम कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है …
Read More »“बनियों की कंजूसी कुछ उदाहरण”
दोस्तों दिल्ली में ‘चांदनी चौक’ प्रसिद्ध Jain Lal Temple मन्दिर है। ये लगभग 600 साल पुराना मन्दिर है।इसके बारे में कहते हैं। जब क्रूर, बेरहम, औरंगजेब ने इस मंदिर को तोड़ने का आदेश अपने सिपाहियों को दिया तो, ये बात लाला भागमल जी को पता चली, जो बहुत बड़े व्यापारी थे।उन्होंने औरंगजेब की आंखों में आंखे डालकर ये कह दिया …
Read More »हमारा भी एक जमाना था
खुद ही स्कूल जाना पड़ता था। क्योंकि साइकिल बस आदि से भेजने की रीत नहीं थी, स्कूल भेजने के बाद कुछ अच्छा बुरा होगा ऐसा हमारे मां-बाप कभी सोचते भी नहीं थे, उनको किसी बात का डर भी नहीं होता था, पास/नापास यही हमको मालूम था… परीक्षा में % से हमारा कभी भी संबंध ही नहीं था…
ट्यूशन लगाई …
गौरवशाली अतुल्य भारत
*हल खींचते समय यदि कोई बैल गोबर या मूत्र करने की स्थिति में होता था, तो किसान कुछ देर के लिए हल चलाना बन्द करके बैल के मल-मूत्र त्यागने तक खड़ा रहता था ताकि बैल आराम से यह नित्यकर्म कर सके,यह आम चलन था। **हमनें (ईश्वर वैदिक) यह सारी बातें बचपन में स्वयं अपनी आंखों से देख हुई हैं। जीवों …
Read More »“मन्दिर का घण्टा बजाने वाला”
एक मन्दिर था। उसमें सभी लोग पगार पर थे। आरती वाला, पूजा कराने वाला आदमी, घण्टा बजाने वाला भी पगार पर था। घण्टा बजाने वाला आदमी आरती के समय, भाव के साथ इतना मसगुल हो जाता था कि होश में ही नहीं रहता था। घण्टा बजाने वाला व्यक्ति पूरे भक्ति भाव से खुद का काम करता था। मन्दिर में आने …
Read More »अपनी मान्यताओं और परम्पराओ को समझे
#पढ़ेऔरसमझे =============== एक गांव मे अंधे पति-पत्नी रहते थे। इनके यहाँ एक सुन्दर बेटा पैदा हुआ। पर वो अंधा नही था। एक बार पत्नी रोटी बना रही थी। उस समय बिल्ली रसोई में घुस कर बनाई रोटियां खा गई। बिल्ली की रसोईं मे आने की रोज की आदत बन गई इस कारण दोनों को कई दिनों तक भूखा सोना …
कर्म का फल
भीष्म पितामह रणभूमि में शरशैया पर पड़े थे। हल्का सा भी हिलते तो शरीर में घुसे बाण भारी वेदना के साथ रक्त की पिचकारी सी छोड़ देते। ऐसी दशा में उनसे मिलने सभी आ जा रहे थे। श्री कृष्ण भी दर्शनार्थ आये। उनको देखकर भीष्म जोर से हँसे और कहा…. आइये जगन्नाथ।.. आप तो सर्व ज्ञाता हैं। सब जानते हैं, …
Read More »।।श्रीगणेशाय नमः।।
नए साल 2023 के व्रत एवं त्योहारों की सूची जनवरी 2023 2 जनवरी 2023 – पौष पुत्रदा एकादशी 4 जनवरी 2023 – प्रदोष व्रत (शुक्ल) 06 जनवरी 2023 – पौष पूर्णिमा व्रत 10 जनवरी 2023 – संकष्टी चतुर्थी 14 जनवरी 2023 – मकर संक्रांति, सूर्य उत्तरायण, लोहड़ी 15 जनवरी 2023 – पोंगल 18 जनवरी 2023 – षटतिला एकादशी व्रत 19 …
Read More »प्रभु जी काया की बन गई रेल
रेल गाड़ी चलने वाले हैप्रभु जी काया की बन गई रेल….. हाथ पैर के पहिये बन गए दो नैनं के सिगनल बन गएदिल को इंजन बनाये रेल रेल गाड़ी चलने वाले हैप्रभु जी काया की बन गई रेल….. हाथ पैर के पहियाँ थक गएदो नैनं के सिंगल भुज गएदिल को इंजन है गयो फेल रेल स्टेशन पे खाड़ी हुप्रभु जी …
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