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सोलह सोमवार रखने से घर में सुख और समृद्धि आती है

shiv

माना जाता है कि सोलह सोमवार रखने से घर में सुख और समृद्धि आती है और घर का कलेह  का नाश होता है रोगों से मुक्ति मिलती है और पति पत्नी के संबंधों में भी मधुरता बढ़ती है महादेव भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए सोलह सोमवार का व्रत एक अति उत्तम व्रत बताया गया है चलिए जानते है हम …

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ॐ नमः शिवाय

shiv

माना जाता है कि सोलह सोमवार रखने से घर में सुख और समृद्धि आती है और घर का कलेह का नाश होता है रोगों से मुक्ति मिलती है और पति पत्नी के संबंधों में भी मधुरता बढ़ती है महादेव भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए सोलह सोमवार का व्रत एक अति उत्तम व्रत बताया गया है चलिए जानते है हम …

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हनुमान चालीसा का सत्य -FACT OF HANUMAN CHALISA-तुलसीदास जी को हनुमान चालीसा जेल में क्यों लिखनी पड़ी

हनुमान चालीसा का सत्य

आज हम बात करेंगे हनुमान चालीसा के बारे में, हनुमान चालीसा कब लिखी गयी इसके पीछे का रहस्य क्या है। और इससे चालीसा क्यों कहा कहा जाता है। इसको हम कैसे पढ़ें की हमें इसका पूरा – पूरा फल मिले। यह साड़ी बातें हम आज की इस वीडियो में करने वाले हैं। जानना चाहते हैं तो वीडियो को अंत तक …

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किसान की होशियार बेटी की कहानी हिंदी में

एक समय की बात है रामपुर गांव में बलदेव नाम का एक किसान रहता था। उसकी एक बेटी मीना थी जो बहुत सुन्दर और होशियार थी। बलदेव के खेत जमींदार के पास गिरवी थे। बलदेव खेतों में मेहनत करके घर का गुजारा चलाता था। उसने 3-4 महीने खेत में काम करके एक फ़सल उगाई थी। जो फ़सल अब पक कर …

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पैतृक धन

Tenali Ram ki Khanikya

एक बार की बात है कृष्णदेव राजा के दरबार में एक व्यक्ति आया। उस व्यक्ति के हाथ में एक लोहे का बक्सा था। जिसमे ताला लगा हुआ था। वह राजा से बोला की इस बक्से में मेरे पूर्वजो की धन सम्पति है। आप इसको अपने पास रख लो जिससे की मै उत्तर भारत के सभी मंदिरों में दर्शन के लिए …

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विनय और समर्पण

ऋषि-मुनियों, संत-महात्माओं तथा भक्तों ने भगवान् से अपने अवगुणों को अनदेखा कर शरण में लेने की प्रार्थना की है। संत कवि सूरदास ‘प्रभु मेरे अवगुण चित न धरो’ पंक्तियों में विनयशीलता का परिचय देते हुए शरणागत करने की प्रार्थना करते हैं, तो तुलसीदास रामजी से पूछते हैं, ‘काहे को हरि मोहि बिसारो। संत पुरंदरदास खुद को दुर्गुणों का दास बताते …

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Shyam kaha se aaye

कहा से आये श्याम कहा से आये शंकरकहा से आये रे माता अनजानी के लालामथुरा से आये श्याम काशी से आये शंकरमेहंदीपुर से आये माता अंजनी के लालाकाहे पे चड़े श्याम काहे पे चड़े शंकरकाहे पे चड़े आये माता अंजनी के लालागईआ संग आये श्याम नंदी पे आये शंकरहवा में उड़ के आये माता अंजनी के लाला क्या खाये श्याम …

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Tumne laakho ki bigdi bna di

तुमने लाखो की बिगड़ी बना दी,श्याम मेरी भी बिगड़ी बना दो| ठोकरे खाई है इस जहां की,एक ठोकर तो तुम भी लगा दो,तुमने लाखो की बिगड़ी बना दी,श्याम मेरी भी बिगड़ी बना दो| जग में हारे का तू है सहारा,दूसरा और कोई नही है,हार कर मैं भी आया हु दर पे,जीत का शरेह मुझे भी दिला दो,तुमने लाखो की बिगड़ी …

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जिन्दगी हंसाये तो समझना अच्छे कर्मो का फल है

जिन्दगी हंसाये तो समझना अच्छे कर्मो का फल है

जिन्दगी हंसाये तो समझना अच्छे कर्मो का फल है, *जब रुलाये तो समझना अच्छे कर्म करने का समय आ गया।* *आत्म_संतुष्टी* पुराने समय की बात है, एक गाँव में दो किसान रहते थे। दोनों ही बहुत गरीब थे, दोनों के पास थोड़ी थोड़ी ज़मीन थी, दोनों उसमें ही मेहनत करके अपना और अपने परिवार का गुजारा चलाते थे। अकस्मात कुछ …

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अनाज

anaaj

*माँ जी ने दो दिनों से अनाज नहीं खाया, लिक्विड पर कब तक रहेंगी?”* *”क्यों?..उनकी पसंद का कुछ..* *””सबकुछ पूछा..जिद्द भी किया..पर बच्चे की तरह कर रहीं हैं”* *मैं कुछ दिनों के लिए ऑफिस टूर पर था, हालांकि जाना ज्यादा जरूरी नहीं था। आते ही नीलिमा ने बताया तो मैं चिंतित हो उठा।* *बच्चे अपने कमरे में सो रहे थे। …

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