एक दिन की बात है. पिता ने देखा कि उसका बेटा घर के लॉन में गुमसुम बैठा हुआ है. वह बेटे के पास गया और उससे पूछा, “बेटा, क्या बात है? गुमसुम से क्यों बैठे हो?” “मैं ये सोच रहा हूँ पापा कि मेरी ज़िंदगी की कीमत क्या है?” पिता मुस्कुरा उठा और बोला, “अच्छा ये बात है. यदि तुम …
Read More »Story Katha
हीरे की खान!!
अफ्रीका महाद्वीप में हीरों की कई खानों की खोज हो चुकी थी | जहाँ से बहुतायत में हीरे प्राप्त हुए थे, वहाँ के एक गाँव में रहने वाला किसान अक्सर उन लोगों की कहानियाँ सुना करता था, जिन्होंने हीरों की खान खोजकर अच्छे पैसे कमाये और अमीर बन गए | वह भी हीरे की खान खोजकर अमीर बनना चाहता था …
Read More »तेनालीराम और राजगुरू की चाल कहानी!!
तेनालीराम जब बड़े हुए, तो उनकी बुद्धिमानी के चर्चे पूरे गाँव में होने लगे। गाँव में जब भी कोई किसी समस्या में पड़ता, तो तेनालीराम के पास उसके समाधान हेतु चला आता। तेनालीराम भी अपनी बुद्धिमत्ता के बल पर चुटकी बजाते ही समस्या का समाधान कर देते। तेनालीराम बुद्धिमान तो थे ही, साथ ही एक श्रेष्ठ कवि भी थे और …
Read More »तेनालीराम की कहानी : महाराज की खांसी!!
सर्दियों का मौसम था. मौसम की मार विजयनगर की प्रजा जुकाम के रूप में झेल रही थी।राजा कृष्णदेव राय भी इससे बच न सके और उन्हें भी जुकाम हो गया। नाक बहने के साथ-साथ खांसी से भी उनका बुरा हाल था। राज वैद्य बुलाये गये। राज वैद्य ने महाराज को औषधि दी और परहेज़ करने का परामर्श दिया। अचार, दही …
Read More »तेनाली रामा की कहानियां: अद्भुत कपड़ा!!
एक समय की बात है। राजा कृष्णदेव राय विजयनगर में दरबार लगाकर बैठे थे। उसी समय दरबार में एक सुंदर महिला एक बक्सा लेकर आई। उस बक्से में एक मखमली साड़ी थी, जिसे निकालकर वह दरबार में राजा और सभी दरबारियों को दिखाने लगी। साड़ी इतनी सुंदर थी कि जो भी उसे देखता वह हैरान रह जाता। महिला ने राजा …
Read More »दो सिर वाला पक्षी!!
एक वन में भारंड नामक पक्षी रहता था। उसकी आकृति विचित्र थी, उसका शरीर तो एक था, किंतु सिर दो थे। उन दोनों सिरों की आपस में नहीं बनती थी। समय-समय पर उनमें टकराव होता रहता था। एक दिन वन में भटकते हुए पक्षी के दांये मुख को एक रसीला फल प्राप्त हुआ। उसने लपककर फ़ल को पकड़ लिया और …
Read More »तेनाली रामा की कहानियां: मनहूस कौन!!
राजा कृष्णदेव राय के राज्य में चेलाराम नाम का एक व्यक्ति रहता था। वह राज्य में इस बात से प्रसिद्ध था कि अगर कोई सुबह-सवेरे उसका चेहरा सबसे पहले देख ले तो उसे दिनभर खाने को कुछ नहीं मिलता। लोग उसे मनहूस कहकर पुकारते थे। बेचारा चेलाराम इस बात से दुखी तो होता, लेकिन फिर भी अपने काम में लगा …
Read More »तेनालीराम बना जटाधारी सन्यासी !!
विजयनगर राज्य के राजा कृष्णदेव राय के मन में एक दिन बड़ा से शिवालय बनाने की इच्छा जगी। इस सोच के साथ उन्होंने अपने खास मंत्रियों को बुलाया और उन्हें शिवालय के लिए एक अच्छी सी जगह ढूंढने को कहा। कुछ ही दिनों में एक अच्छी सी जगह को शिवालय के लिए सभी ने चुन लिया। राजा ने भी उस …
Read More »तेनाली रामा की कहानियां: उबासी की सजा!!
एक दिन तेनालीराम को रानी तिरुमाला ने संदेश भिजवाया कि वह बड़ी मुश्किल में हैं और उनसे मिलना चाहती हैं। रानी का संदेश पाकर तेनालीराम तुरंत रानी से मिलने पहुंच गए। तेनालीराम ने कहा, ”रानी जी! आपने इस सेवक को कैसे याद किया?” इस पर रानी तिरुमाला ने कहा, ”तेनालीराम! हम एक बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं।” तेनालीराम ने …
Read More »पंचतंत्र की कहानी: शेर चूहा और बिल्ली
एक समय की बात है। अर्बुद शिखर नामक पर्वत की गुफा में दुर्दांत नाम का एक शेर रहता था। वह बड़ा ही खूंखार था। वह हर दिन अपनी गुफा से केवल शिकार करने के लिए बाहर निकलता था और पेट भरने के बाद वापस गुफा में जाकर सो जाता था। एक दिन न जाने कहां से उसकी गुफा में एक …
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