शंकर की आधी प्रतिमा पुरुष की है और आधी स्त्री की – अर्धनारीश्वर – यह तो अनूठी घटना है। लेकिन जो जीवन के परम रहस्य में जाना चाहते है, उन्हें शिव के इस रूप को समझना पड़ेगा। अर्धनारीश्वर का अर्थ यह हुआ कि आपका ही आधा व्यक्तित्व आपकी पत्नी और आपका ही आधा व्यक्तित्व आपका पति हो जाता है। आपकी …
Read More »Gyan Ki Baat
कर्तव्य पूरा करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है
पूना (महाराष्ट्र) के एक न्यू इंग्लिश हाईस्कूल में समारोह चल रहा था। मुख्य द्वार पर एक स्वयंसेवक नियुक्त था, जिसे यह कर्तव्य दिया गया कि वह हर आने वाले अतिथि का अभिवादन करे। इस कार्यक्रम में उस समय मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य न्यायाधीश महादेव गोविंद रानाडे आए। जैस ही वे वहां पहुंचे तो उस स्वयं सेवक ने उन्हें …
Read More »जहां धर्म वहां विजय
दोस्तों आज हम बात कर रहे हैं धर्म के बारे में। धर्म ही हमें जीना सिखाता है, हमें सही मार्ग पर चलना सिखाता है। या फिर कह सकते हैं कि धर्म इंसान के लिए ही बना है। संसार में बहुत सारे धर्म हैं। सभी धर्म हमें इंसानियत सिखाते हैं। धर्म कोई भी हो हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। …
Read More »हतोत्साहित मन होता है पराजय की पहली सीढ़ी
महाभारत का युद्ध चल रहा था। एक ओर अर्जुन थे, जिनके सारथी थे ‘श्री कृष्ण’। तो दूसरी ओर कर्ण थे और उनका सारथी ‘शल्य’। भगवान श्री कृष्ण ने कर्ण के सारथी से कहा- ‘तुम हमारे विरुद्ध जरूर लड़ना पर मेरी एक बात जरूर मानना।’ जब कर्ण प्रहार करे तब कहना कि, ‘यह भी कोई प्रहार होता है, तुम प्रहार करना …
Read More »आत्मा भी करती है भोजन
प्रार्थना सभा के बाद एक वकील ने महात्मा गांधी से पूछा, ‘आप प्रार्थना में जितना समय व्यतीत करते हैं, अगर उतना ही समय देश सेवा में लगाया होता, तो अभी तक कितनी सेवा हो जाती?’ गांधी जी गंभीर हो गए और बोले, वकील साहब, आप भोजन करने में जितना समय बर्बाद करते हैं, ‘अगर वही समय कामकाज में लगाया होता …
Read More »उन्होंने ग्रंथ के टुकड़े किए और गंगा में बहा दिया
Chaitanya Mahaprabhu एक बार चैतन्य महाप्रभु बचपन के मित्र रघुनाथ शास्त्री के साथ नाव से यात्रा कर रहे थे। शास्त्री जी विद्वान एवं संस्कृत के प्रकांड विद्वान व्यक्ति थे। उन्हीं दिनों चैतन्य महाप्रभु ने न्यायशास्त्र पर बहुत ही उच्चकोटि का ग्रंथ लिखा। उन्होंने वह ग्रंथ शास्त्री जी को दिखाया। ग्रंथ को गौर से देखने …
Read More »माघ अमावस्या / मौनी अमावस्या का महत्व
माघ में पडने वाली को माघ अमावस्या या मौनी अमावस्या कहते हैं। मौनी अमावस्या के दिन गंगा स्नान (का बडा ही महत्व होता है बड़ी श्रद्धा से मनाया जाता है। मौनी अमावस्या के दिन मौन रहने का भी महत्व है, मौनी अमावस्या के दिन स्नान करने के पश्चात् भगवान विष्णु की पूजा की जाती है, हिंदु धर्म के अनुसार सागर मंथन …
Read More »परमपिता परमात्मा पर विश्वास बनाये रक्खो
नग्गी तलवार को उस औरत की गर्दन के पास ले आया, इतना पास कि उसकी गर्दन और तलवार के बीच बिल्कुल कम फर्क बचा था क्योंकि तलवार लगभग उसकी गर्दन को छू रही थी!
Read More »वायु प्रदूषण में ऐसे करें खुद की आंखों की देखभाल
वायु प्रदूषण में ऐसे करें खुद की आंखों की देखभाल प्रदूषण सिर्फ हमारी सेहत पर ही बुरा प्रभाव नहीं डाल रहा है, बल्कि आंखों पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ते देखा जा सकता है। ऐसे में आप अपनी नाजुक आंखों को किस तरह बचा सकते हैं, आइए जानें: ड्राई आइजः आजकल बढ़ते प्रदूषण की वजह से हमारे वातावरण में …
Read More »केवट के भाग्य (Fate of Kevat)
श्रीराम के बार-बार मना करने पर भी अयोध्यावासी वापस नहीं लौट रहे थे। श्रीराम भी उनके दु:ख से दु: खी थे। पूरी रात अभी बाकी थी। तभी श्रीराम ने सुमन्त्र को रथ ले चलने के लिए कहा और सीता तथा लक्ष्मण के साथ अयोध्या वासियों को सोता हुआ छोड़कर वे चल दिए। जब राम, लक्ष्मण, सीता गंगा पार करने …
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