खुद ही स्कूल जाना पड़ता था। क्योंकि साइकिल बस आदि से भेजने की रीत नहीं थी, स्कूल भेजने के बाद कुछ अच्छा बुरा होगा ऐसा हमारे मां-बाप कभी सोचते भी नहीं थे, उनको किसी बात का डर भी नहीं होता था, 🤪 पास/नापास यही हमको मालूम था… परीक्षा में % से हमारा कभी भी संबंध ही नहीं था…😛 ट्यूशन लगाई …
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बावनी इमली
Bawani Imli बावनी इमली एक प्रसिद्ध इमली का पेड़ है जो भारत में एक शहीद स्मारक भी है। इसी इमली के पेड़ पर 28 अप्रैल 1858 को गौतम क्षत्रिय , जोधा सिंह अटैया और उनके इक्यावन साथी फांसी झूले थे। यह स्मारक #उत्तर_प्रदेश के #फतेहपुर जिले के बिन्दकी उपखण्ड में खजुआ कस्बे के निकट बिन्दकी तहसील मुख्यालय से तीन किलोमीटर …
Read More »वो बंद दरवाजे बुलाते हैं पर कोई नहीं आता
किसी दिन सुबह उठकर एक बार इसका जायज़ा लीजियेगा कि कितने घरों में अगली पीढ़ी के बच्चे रह रहे हैं? कितने बाहर निकलकर नोएडा, गुड़गांव, पूना, बेंगलुरु, चंडीगढ़,बॉम्बे, कलकत्ता, मद्रास, हैदराबाद, बड़ौदा जैसे बड़े शहरों में जाकर बस गये हैं? कल आप एक बार उन गली मोहल्लों से पैदल निकलिएगा जहां से आप बचपन में स्कूल जाते समय या दोस्तों …
Read More »गौरवशाली अतुल्य भारत
*हल खींचते समय यदि कोई बैल गोबर या मूत्र करने की स्थिति में होता था, तो किसान कुछ देर के लिए हल चलाना बन्द करके बैल के मल-मूत्र त्यागने तक खड़ा रहता था ताकि बैल आराम से यह नित्यकर्म कर सके,यह आम चलन था। **हमनें (ईश्वर वैदिक) यह सारी बातें बचपन में स्वयं अपनी आंखों से देख हुई हैं। जीवों …
Read More »“मन्दिर का घण्टा बजाने वाला”
एक मन्दिर था। उसमें सभी लोग पगार पर थे। आरती वाला, पूजा कराने वाला आदमी, घण्टा बजाने वाला भी पगार पर था। घण्टा बजाने वाला आदमी आरती के समय, भाव के साथ इतना मसगुल हो जाता था कि होश में ही नहीं रहता था। घण्टा बजाने वाला व्यक्ति पूरे भक्ति भाव से खुद का काम करता था। मन्दिर में आने …
Read More »सरकार द्वारा दी जा रही राहत पर एक अर्थशास्त्री की सटीक व्याख्या…
राहत पैकेज को ऐसे समझें… एक बार 10 मित्र जिनमें कुछ फटेहाल, कुछ ठीक ठाक और कुछ सम्पन्न लग रहे थे, एक ढाबे में खाना खाने गए। बिल आया 100 रु। 10 रु की थाली थी। मालिक ने तय किया कि बिल की भागीदारी देश की कर प्रणाली के अनुरूप ही होगी। इस प्रकार – पहले 4 बेहद गरीब (बेचारे) …
Read More »अपनी मान्यताओं और परम्पराओ को समझे
#पढ़ेऔरसमझे =============== ✍🏻✍🏻 एक गांव मे अंधे पति-पत्नी रहते थे। इनके यहाँ एक सुन्दर बेटा पैदा हुआ। पर वो अंधा नही था। एक बार पत्नी रोटी बना रही थी। उस समय बिल्ली रसोई में घुस कर बनाई रोटियां खा गई। बिल्ली की रसोईं मे आने की रोज की आदत बन गई इस कारण दोनों को कई दिनों तक भूखा सोना …
Read More »प्राइवेसी (privacy)
विदेश में इतनी दूर आई थी बेटे के पास अकेला रहता था, सोंचा था कि चलो कुछ समय उसके साथ बिताएगी। बेचारे को अच्छा खाना भी तो नसीब नहीं होता होगा हालांकि कभी रितेश ने ऐसी कोई शिकायत नहीं की थी परन्तु वो ऐसा सोंचती थी। बड़ी आशाएँ लेकर अमेरिका की धरती पर उतरी थी। बेटा लेने आया पर समय …
Read More »सच्चा इन्सान
जब टाईटेनिक समुन्द्र में डूब रहा था तो उसके आस पास तीन ऐसे जहाज़ मौजूद थे जो टाईटेनिक के मुसाफिरों को बचा सकते थे। सबसे करीब जो जहाज़ मौजूद था उसका नाम SAMSON था और वो हादसे के वक्त टाईटेनिक से सिर्फ सात मील की दूरी पर था। SAMSON के कैप्टन ने न सिर्फ टाईटेनिक की ओर से फायर किए …
Read More »वक्त की करवट
घर पर ही रहना फिजाएं खराब है। बाहर ना निकल पाओगे , इस चींख पुकार के दौर में। जिस तरफ निगाह दौड़ाओगे , केवल मायूसी ही पाओगे। आंसू चाह कर भी रोक ना पाओगे, ये तो खुद बखुद निकल जाएंगे।। घर पर ही रहना फिजाएं खराब है। जिन के बिना ना गुजरता था एक पल भी , आज उनसे ही …
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