एक बादशाह अपने कुत्ते के साथ नाव में यात्रा कर रहा था। नाव में अन्य यात्रियों के साथ एक दार्शनिक भी था।कुत्ते ने कभी नौका में सफर नहीं किया था, इसलिए वह असहज महसूस कर रहा था। वह उछल-कूद कर रहा था और किसी को चैन से नहीं बैठने दे रहा था। मल्लाह उसकी उछल-कूद से परेशान था कि ऐसी …
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सिकंदर के गुरु थे अरस्तु, दी थीं ये अमिट सीख
सिकंदर के गुरु थे अरस्तु, दी थीं ये अमिट सीख अरस्तु की गिनती अपने समय के महान दार्शनिकों में होती है। वह सिकंदर के गुरु थे। अरस्तु ने करीब 400 किताबे लिखीं हैं जो विभिन्न विषयों जैसे कि भौतिकी, नाटक, संगीत,तर्कशास्त्र, राजनीतिशास्त्र, जीव विज्ञान आदि पर आधारित हैं। अरस्तु के विचार काफी प्रभावशील थे। उनके विचारों में जीवन की सच्चाई …
Read More »ताज महल के कई राज़ हम लाएं हैं खोज के. इन बातों को पढ़ कर आप हैरान रह जायेंगे
ताजमहल सिर्फ़ प्यार की निशानी ही नहीं हैं, बल्कि इसका नाम दुनिया के सात अजूबों में भी शुमार किया जाता है. इस खूबसूरत और प्यार की कहानी बयां करने वाली इमारत को किसने किस लिए बनवाया हम सब जानते हैं पर इसके बावजूद बहुत सी ऐसी बातें भी है जिन्हें हम नहीं जानते. हम आज आपको ताजमहल के उन्हीं रहस्यों …
Read More »Work of Krishnananda Saraswati
Work of Krishnananda Saraswati Worshipful Sri Swami Krishnanandaji Maharaj took birth on the 25th of April, 1922, and was named Subbaraya. He was the eldest of five children in a highly religious and orthodox Brahmin family well versed in the Sanskrit language, the influence of which was very profound on the young boy. He attended high school in Puttur (South …
Read More »बेगमपुरी मस्जिद
बेगमपुरी मस्जिद दिल्ली के जहाँपनाह नगर में स्थित है। इसका निर्माण मोहम्मद बिन तुगलक के काल में हुआ था। मुहम्मद तुगलक ने लगभग 1350 ई में इसका निर्माण कराया था।
Read More »jan gan mann adhinaayak jay hai, bhaarat bhagya vidhaata
राष्ट्रीय गीत जन गण मन अधिनायक जय हो भारत भाग्य विधाता पुंजाब सिंध गुजरात मराठा द्रविड़ उत्कल बंग विंध्य हिमांचल जमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग तब शुभ नामे जागे तब शुभ आशिष मांगे गाये तब जय गाठा जन गण मंगल दायक जय हे भारत भाग्य विधाता जय हे जय हे जय हे जय जय जय जय हे Raashtreey geet jan …
Read More »श्याम तेरी मुरली
आए श्याम तेरी मुरली पागल कर जाती है मुस्कान तेरी मीठी घायल कर जाती है आए श्याम तेरी मुरली पागल कर जाती है मुस्कान तेरी मीठी घायल कर जाती है ये सोने की होती ना जाने क्या होता ये बाँस की हो कर के ये बाँस की हो कर के इतना इतराती है आए श्याम तेरी मुरली पागल कर जाती …
Read More »भारतीय संस्कृति की आत्मा – हमारे त्योहार
भारतीय संस्कृति की आत्मा - हमारे त्योहार
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