अम्बर ‘थानेसरी’ इस दीवाली के पावन दिन पर, आओ कसम ये खाएं हम| निर्धन के घर भी खुशियों के दीपक, आओ मिलकर जलाएं हम|| दीवाली है पर्व सभी का, इसे किसी धर्म से ना जोड़ा जाए| गलतफहमी की इस दीवार को अब, आओ मिलकर तोड़ा जाए|| वो दिन दूर नहीं, जब भारत फिर से, सोने की चिड़िया कहलाएगा| पर तभी …
Read More »Poem / Kavita
स्वामी विवेकानंद की प्रेरक कहानी – सत्य का साथ
स्वामी विवेकानंद बचपन से ही बुद्धिमान छात्र थे। उनके तेज दिमाग और प्रभावशाली बातों की वजह से सभी उनकी तरफ खींचे चले जाते थे। एक दिन स्कूल में भी स्वामी विवेकानंद अपने दोस्तों से बातें कर रहे थे। बातों-ही-बातों में स्वामी उन सबको एक कहानी सुनाने लगे। उनके दोस्तों को कहानी अच्छी लग रही थी, इसलिए सभी ध्यान से सुन …
Read More »कल फिर सुबह होगी
होसला न हर ए-मुसाफिरोये जिंदगी एक नया मोड लेगीक्योकि कल फिर सुबह होगी काम की राह में जब तुम चलोगेफिर से सभी दोस्तो से गले मिलोगेये दस्तूर है जिंदगी का ठोकर तो लगेगीपर होसला ना हर ए मुसाफिरोक्योकि कल फिर सुबह होगी किसी को दुकान तो किसी को स्कूल की जल्दी होगी।फिर से वोही दोस्तो की पार्टिया होगीचल देगे बिना …
Read More »जीवन जोशी की रचनाये
शीर्षक : आस्तीनयहां कुछ भूरे हैं कुछ काले हैंसब हमने आस्तीन में पाले है।दूसरों में तब्दीली चाहते थे हमअब खुद हम बदलने वाले है। नजरें नीची कर चलते थे वोसमझा हमने वो भोले-भाले हैं।ये आज तक जान नहीं पाते हमवो हमारा ही शिकार करने वाले है। उसने तो दिखा दी थी कई बार औकातजीवन तू ही समझता रहा इसे सौगातआप …
Read More »Pancheda lal achi padiyo re ulti paati
पंछीड़ा लाल आछी पढ़ियो रे उलटी पाटीईश्वर ने तू भूल गयो रै लख चौरासी काटीपंछीड़ा लाल आछी पढ़ियो रे उलटी पाटी गर्भवास में दुःख पायो थारे घणां दीना री घाटीबाहर आय राम ने भूल्यों उल्टी पढ़ ली पाटीपंछीड़ा लाल आछी पढ़ियो रे उलटी पाटी जीव जन्तु ने खाय खाय ने बदन बणायो बाटीअपने स्वारथ कारणे ने लाखा री गर्दन काटीपंछीड़ा …
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