उड़ीसा में बैंगन बेचनेवाले की एक बालिका थी | दुनिया की दृष्टि से उसमें कोई अच्छाई नहीं थी | न धन था, न रूप |किन्तु दुनिया की दृष्टिसे नगण्य...
Read More »story of sanskriti
हमारे त्यौहारो की वैज्ञानिकता को समझें
एक बूढ़ी माता मंदिर के सामने भीख माँगती थी। एक संत ने पूछा -- आपका बेटा लायक है, फिर यहाँ क्यों ??बूढ़ी माता बोली - बाबा, मेरे पति का......
Read More »दरिद्रता
श्रीकृष्ण को श्राप से बचाने के लिए सुदामा ने उम्रभर की दरिद्रता स्वीकार की। एक ब्राह्मणी की कहानी, जिसने नाम लेकर भगवान का भोग समर्पित करने..
Read More »श्री हनुमान प्रसाद पौद्दार जी
ये वो हनुमान थे जिसने कलयुग में सनातन धर्म की जड़ो को फिर से सींचने का काम किया।स्व. श्री हनुमान प्रसाद पौद्दार जी जिन्होंने गीता_प्रेस.....
Read More »एक अद्धभुत प्रसंग
एक बार शरद पूर्णिमा की शरत-उज्ज्वल चाँदनी में वंशीवट यमुना के किनारे श्याम सुंदर साक्षात मन्मथनाथ की वंशी बज उठी। श्रीकृष्ण ने छ: मास की एक..
Read More »दुष्ट लोग इतने सुखी
कथा लंबी हैं किंतु ज्ञान के चक्षु खुल जाएंगे आपके।पापी मौज में, पुण्यात्मा कष्ट में. ये कैसा न्याय! ईश्वर हैं भी या नहीं! स्कन्द पुराण की....
Read More »पक्ष के प्रधान
महाभारत में राजा दुर्योधन ने अपने सेनाध्यक्ष भीष्म के बजाय सेनापति द्रोणाचार्य के पास क्यों गए, इसे जानने के लिए पढ़ें। युद्ध में वफादारी....
Read More »गहरी सीख
रामजी के वनवास काल में, घोर घने वन में चलते हुए, रामजी आगे चलते हैं,सीताजी बीच में और लक्ष्मणजी सबसे पीछे चलते हैं।सीताजी रामजी के...........
Read More »अक्षौहिणी सेना
हम सभी जानते हैं कि विश्व के विशालतम ग्रंथ महाकाव्य महाभारत में 18 पर्व हैं - आदि पर्व , सभा पर्व , वन पर्व , विराट पर्व , उद्योग पर्व.......
Read More »तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयं नम:
हे सत् चित्त आनंद! हे संसार की उत्पत्ति के कारण! हे दैहिक, दैविक और भौतिक तीनो तापों का विनाश करने वाले महाप्रभु! हे श्रीकृष्ण! आपको कोटि....
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