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Career Guide

मुर्ख बंदर की टोली !!

एक दिन की बात है; जंगल से सटे गाँव के पास मंदिर बन रहा था; वहाँ काम करने वाले कारीगर हर दिन की तरह उस दिन भी खाना खाने के लिए गाँव में आए थे; इसी बीच जंगल में रहने वाले बंदरों की टोली घुमते-फिरते वहाँ पहुँच गयी; जहाँ कारीगरों का काम चल रहा था | कारीगरों को वहाँ न …

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लालच का फल !!

हल्द्वानी एक छोटा सा शहर था। उसी शहर में गणेश मिठाईवाले की एक बड़ी प्रसिद्ध दुकान थी । वह बहुत ही स्वादिष्ट बाल मिठाई बनाया करता था। धीरे-धीरे गणेश मिठाईवाले की कीर्ति दूर-दूर तक फैल गई। अधिकतर लोग गणेश की दुकान से मिठाइयां खरीदने लगे ।आमदनी बढ़ते ही मिठाई वाले का दिमाग सातवें आसमान में पहुंच गया। ज्यादा मुनाफा पाने …

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विश्वासघात का फल !!

एक दिन चार चोरों ने किसी बड़े व्यापारी के घर में चोरी करने की योजना बनाई । और वह अपने नगर के एक बड़े सेठ के यहां चोरी करने पहुंचे। चूंकि उस दिन सेठ नगर से बाहर था। इसीलिए चारों चोरों ने आराम से सेठ की पूरी कमाई में हाथ साफ कर दिया। और वह सारा धन लेकर जंगल की …

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सुंदरता का अभिमान !!

एक घने जंगल में एक बारहसिंगा रहता था । एक दिन वह एक तालाब किनारे पानी पीने पहुंचा । उस दिन तालाब का पानी एकदम साफ था ।इसीलिए बारहसिंगे को अपना प्रतिबिंब तालाब में साफ साफ दिखाई दे रहा था। इतने में उसे अपने टेढ़े मेढ़े सींग उस तालाब के पानी में प्रतिबिंब के रूप में दिखाई दिए ।जो बहुत …

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मेहनत पर विश्वास !!

एक गांव में एक जमींदार रहा करता था। उसके पास बहुत सारी जमीन और कई सारे नौकर चाकर थे । उसके पास खेती भी कम न थी । इसीलिए कई नौकर खेती में काम पर लगे हुए थे । फिर भी उसे लगातार खेती में घाटा हो रहा था।दिन प्रतिदिन उसकी खेती से आमदनी घट रही थी ।इसीलिए वह जमींदार …

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अहंकार का दुष्परिणाम !!

द्रोणाचार्य एक दिन अपने पुत्र अश्वत्थामा को दूध के लिए रोते देख द्रवित उठे।उस समय द्रोणाचार्य की माली हालत ठीक नहीं थी।ऐसे में उन्हें अपने परम मित्र राजा द्रुपद को याद आयी। राजा द्रुपद और द्रोणाचार्य गुरुकुल में सहपाठी थे।द्रोणाचार्य ने सोचा कि यदि वह राजा द्रुपद के पास जाकर उनको अपनी स्थिति से अवगत कराएं।वो शायद राजा द्रुपद उनकी कुछ …

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अनूठी करुणा !!

महर्षि च्यवन परोपकारी संत थे।वह कहा करते थे कि मूक जीवों के प्रति दया करना सर्वोपरि धर्म है । महर्षि अपने आश्रम में बैठकर स्वयं पक्षियों को दाना चुगाया करते थे।और गौ माता की सेवा किया करते थे।एक बार महर्षि नदी की गहराई में जल के भीतर बैठकर मंत्र जाप कर रहे थे। इतने में कुछ मछुआरे वहां आये। और …

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बेटे का फर्ज !!

प्रदीप रविवार को अपना पूरा दिन अपने परिवार के साथ बिताना पसंद करते हैं। उनका पूरा दिन अपने माँ बाप ,बच्चों व पत्नी के साथ हंसी मजाक करने तथा पसंद की चीजें खाने पीने में ही गुजर जाता है।रविवार होने की वजह से प्रदीप आराम से अपने घर में बैठकर इन फुर्सत के पलों में अपनी पसंद की फिल्म देख …

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प्रणाम का महत्व !!

महाभारत का युद्ध चल रहा था।एक दिन दुर्योधन के व्यंग्य से आहत होकर भीष्म पितामह घोषणा कर देते हैं कि “मैं कल पांडवों का वध कर दूँगा”। उनकी घोषणा का पता चलते ही पांडवों के शिविर में बेचैनी बढ़ गई। भीष्म की क्षमताओं के बारे में सभी को पता था।इसलिए सभी किसी अनिष्ट की आशंका से परेशान हो गए। तब श्री कृष्ण …

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मन का सौंदर्य !!

भगवान बुद्ध के शिष्य उपगुप्त परम सदाचारी थे।वह भिक्षुओं से कहते थे कि प्रेम और संयम ही भौतिक व आध्यात्मिक विकास के साधन हैं।समाज द्वारा बहिष्कृत लोगों से प्रेम करनेवाला ही सच्चा धार्मिक है। एक दिन एक अति सुंदरी उपगुप्त के पास पहुंची। उपगुप्त उसे देख आकर्षित हो गए।परन्तु उसी समय उन्हें बुद्ध के वचन याद आए कि शारीरिक सौंदर्य …

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